
राजनांदगांव, । मोहला-मानपुर जिले में दम तोड़ रहे नक्सल संगठन को बड़ा झटका, मोहला-मानपुर जिला समेत बस्तर के कांकेर व अबूझमाड़ में सक्रिय लाल सेना के अहम किरदार डिप्टी कमांडर रूपेश मंडावी ने मोहला-मानपुर एस पी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उक्त नक्सल डिप्टी कमांडर पर 5 लाख का इनाम था।

मानपुर ब्लॉक के मुंजाल गांव निवासी रूपेश मंडावी पर पांच ‘लाख रुपए का इनाम था।34 वर्षीय रूपेश मंडावी सन 2012 से नक्सल संगठन में भर्ती हुआ था। तब से वह आर के बी डिविजन सचिव व दंडकारण्
स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर विजय रेड्डी के खास साथी के तौर पर मोहला-मानपुर जिला समेत बस्तर के कांकेर जिला व अबूझमाड़ इलाके में सक्रिय था। इस बीच कई बड़ी नक्सल वारदातों में भी रूपेश मंडावी शामिल रहा।
पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह ने जिला मुख्यालय में पत्रकार वार्ता लेकर उक्ताशय दरमियान केंद्रीय अर्ध सैनिक बल आईटीबीपी व जिला पुलिस के आला अफसरों की मौजूदगी में रूपेश मंडावी को पुनर्वास नीति के तहत नकद राशि50 हजार रूपये भेंट की गई. पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह ने इस दौरान मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जिले में आईटीबीपी व जिला पुलिस द्वारा पुनर्वास नीति का किए जा रहे प्रचार प्रसार व आत्मसमर्पण के प्रयासों के बीच बड़े नक्सल कैडर रूपेश ने आत्मसमर्पण किया है।
एस पी के मुताबिक शीर्ष नक्सल लीडरों के साथ रहने वाले नक्सल डिप्टी कमांडर रूपेश के समर्पण से नक्सलियों के आरके भी डिविजन की रीढ़ टूटी है वहीं नक्सल संगठन की कई अहम जानकारी भी उससे मिलेगी। दूसरी ओर आत्मसमर्पण के बाद रूपेश मंडावी ने छत्तीसगढ़ सरकार के पुनर्वास नीति को आत्मसमर्पण का कारण बताते हुए अन्य नक्सलियों से भी आत्म समर्पण करने की अपील की है।