
राजनांदगांव। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष कोमल सिंह राजपूत ने कांग्रेस सरकार के पांच वर्षों के कार्यकाल में कांग्रेस महापौर हेमा देशमुख को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विगत 15 वर्षों में भाजपा सरकार के कार्यकाल में जो विकास के ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किए गए थे, वे सभी 5 वर्षों में धूल धूसरित हो गए। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम एवं दिग्विजय स्टेडियम की विशालकाय रचना की गई थी, परंतु पिछले 5 वर्षों में दिग्विजय स्टेडियम की दुर्दशा देखी जा सकती है। इन 5 वर्षों में कांग्रेस ने कुछ नया तो नहीं किया बल्कि पूर्ववर्ती भाजपा की डॉ रमन सिंह सरकार की 15 वर्षों की उपलब्धियां को सहेज तक नहीं रख पाए, एस्ट्रोटर्फ की हालत इतनी खराब है कि आगामी राष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन भी संभव नहीं दिख रहा है।
बल्कि लापरवाही एवं रखरखाव के अभाव में दोनों स्टेडियम बदहाल अवस्था में आ चुका है। हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले राजनांदगांव को डॉ रमन सिंह ने एस्ट्रोट्रफ़ की सुविधा दी, परंतु विगत 5 वर्षों में कांग्रेस की सरकार ने रख रखाव की स्थिति समाप्त कर दी, जिसके कारण आज यहां खिलाड़ी पनप नहीं पा रहे हैं,अपने खेल का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। हॉकी की नर्सरी के नाम से पहचान बनाने वाले राजनांदगांव का हॉकी स्टेडियम की बदहाल व्यवस्था कांग्रेस के शासन में हुई है, श्री राजपूत ने कहा कि कांग्रेस जनता विरोधी मानसिकता की पक्षधर रही है, कांग्रेस की महापौर द्वारा लगातार जनता के गंभीर मुद्दों पर उदासीनता बरती गई और जनहित के मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया गया।
कोमल सिंह राजपूत ने कहा कि भाजपा ने नगर निगम महापौर एवं नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव सीधे जनता के हाथों से चुनकर आने की लोकतांत्रिक व्यवस्था की थी, परंतु 5 वर्ष पूर्व कांग्रेस के सत्ता में आते ही उन्हें समझ आ गया कि झूठी घोषणा करके सत्ता में आने के बाद नगर निगम एवं नगर पंचायत में कांग्रेस सीधे महापौर एवं अध्यक्ष नहीं बना पाएगी , इसलिए उन्होंने पिछले दरवाजे का सहारा लिया और सत्ता के दुरुपयोग से सभी नगर निगम और नगर पंचायत में कब्जा किया।
परंतु बीजेपी की विष्णु देव साय सरकार ने सत्ता में काबिज होते ही नगर निगम एवं नगर पंचायत में पुनः लोकतांत्रिक व्यवस्था बहाल की। इसलिए कोमल सिंह राजपूत ने शहर एवं ग्रामीण जनता से आवाहन किया कि ऐसी लोकतंत्र की हत्या करने वाली कांग्रेस को इस चुनाव में करारा जवाब दें और 11 फरवरी को कमल निशान पर वोट देकर कांग्रेस को अलविदा कहें।