नई दिल्ली: केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन विकास एवं संचार राज्य मंत्री, श्री संजय धोत्रे के निर्देशों के अंतर्गत, आज भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) की आरोग्य सेतु ऐप टीम और महाराष्ट्र राज्य में एनआईसी के सभी डीआईओ और जिलाधिकारियों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत का आयोजन किया गया। इस बातचीत का उद्देश्य आरोग्य सेतु ऐप के विभिन्न पहलुओं के संबंध में राज्य के फील्ड स्तरीय अधिकारियों के बीच जागरूकता को बढ़ावा देना और उनसे फील्ड स्तरीय जानकारी प्राप्त करना था। राज्य मंत्री श्री धोत्रे के साथ, महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री, श्री राजेश टोपे और महाराष्ट्र सरकार के आईटी मंत्री, श्री सतेज पाटिल ने भी इस सम्मेलन में हिस्सा लिया।
कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात सामने आयी कि आरोग्य सेतु प्लेटफॉर्म के माध्यम से उपलब्ध डेटा एनालिटिक्स, राज्य में रोग के स्थूल और सूक्ष्म दोनों प्रकार के प्रसारण की गतिशीलता को समझने के लिए बहुत उपयोगी है। इन आंकड़ों का समय पर और प्रभावपूर्ण तरीके से उपयोग करने से किसी क्षेत्र के हॉटस्पॉट बनने से पहले रोक लगाने में और आवश्यक स्वास्थ्य अवसंरचनाओं का समय पर आवंटन करने और उसे नियोजित और लक्षित तरीके से करने में भी बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में कोविड संकट से निपटने में आरोग्य सेतु डेटा का उपयोग करने के संबंध में अपने अनुभवों को साझा किया। मंत्री श्री धोत्रे ने जिलाधिकारियों और फील्ड स्तरीय अधिकारियों द्वारा रोग नियंत्रण के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने राज्य सरकार को आश्वासन दिया कि भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा आरोग्य सेतु डेटा एनालिटिक्स के सर्वोत्कृष्ट उपयोग के लिए फील्ड स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के संदर्भ में तत्काल सहायता प्रदान की जाएगी।
केंद्रीय राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे ने फील्ड स्तरीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आरोग्य सेतु ऐप का व्यापक उपयोग आवश्यक है। जिला प्रशासन द्वारा इसके आंकड़ों का उपयोग कोविड-19 के संभावित खतरों की पहचान करने और संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से किया जा सकता है। महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री, श्री राजेश टोपे ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में प्रौद्योगिकी के महत्व का उल्लेख किया। उन्होंने श्री धोत्रे के आदेश पर फील्ड अधिकारियों के साथ तकनीकी टीम द्वारा की गई बातचीत की पहल की सराहना की। महाराष्ट्र सरकार के आईटी मंत्री, श्री सतेज पाटिल ने आरोग्य सेतु ऐप के उपयोग पर बल दिया और सुझाव दिया कि जिला के अधिकारियों को व्यापक प्रशिक्षण देने से इसकी उपयोगिता को और बढ़ावा मिलेगा।
इस सम्मेलन में सचिव, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, श्री अजय प्रकाश साहनी ने भी हिस्सा लिया, जिन्होंने राज्य के अधिकारियों को संबोधित किया और उन्हें आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से उपलब्ध सूचनाओं का उपयोग करने से संबंधित बारीकियों के बारे में जानकारी दी। प्रमुख स्वास्थ्य सचिव, महाराष्ट्र सरकार- श्री प्रदीप व्यास; निदेशक, स्वास्थ्य, महाराष्ट्र सरकार- डॉ. श्रीमती साधना तायडे; महानिदेशक, एनआईसी भारत सरकार- श्रीमती नीता वर्मा; डीडीजी, एनआईसी, भारत सरकार- श्री आर.एस. मणि; डीडीजी, एनआईसी, भारत सरकार- श्रीमती सीमा खन्ना; निदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, महाराष्ट्र सरकार- डॉ. तात्या राव ल्हाणे; और आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर, वी. कामाकोटी ने भी इस सम्मेलन में हिस्सा लिया और अपना बहुमूल्य इनपुट प्रदान किया।
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