नक्सलगढ़ में आत्मनिर्भर हो रहे आदिवासी आजीविका संवर्धन योजना से 200 हितग्राही हुए लाभान्वित

दंतेवाड़ा – जिला कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा के मार्गदर्शन में डीएमएफ मद से जिले के 17 आदर्श ग्रामों में आजीविका संवर्धन योजना के तहत सुदुर अंचल के गांव छिन्दनार, तुमनार, समेली, खुटेपाल श्याम गिरी में पशुधन विकास विभाग द्वारा बकरी यूनिट, बैकयार्ड, कड़कनाथ चुजों का वितरण किया गया जिनसे लगभग 200 हितग्राही लाभान्वित हुए। हितग्राहियों को पशु विभाग उपसंचालक डॉ अजमेर सिंह कुशवाह और अन्य सहयोगी कर्मचारीयों द्वारा समय-समय पर दिशा निर्देश प्रदान किये गए। आर्दश ग्राम आलनार गीदम के हितग्राही सुबेसिंह द्वारा कुक्कुट पालन (कड़कनाथ) का सफल संचालन किया जा रहा है। उनका कहना है कि मार्च 2020 के प्रथम सप्ताह में 12 नग बैकयार्ड 300 रूपये प्रति नग के दर से विक्रय किया गया है। जिससे उन्हें 3600 रूपये का लाभ हुआ। वर्तमान में उनके पास 20 नग कड़कनाथ कुक्कुट स्वस्थ अवस्था में है। जिसे वह विक्रय नहीं करना चाहते, बल्कि अण्डा उत्पादन कर इसके व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहते है। ग्राम आलनार की हितग्राही श्रीमती रिता कुजांम एवं वैष्णो देवी स्व-सहायता समूह को विभाग द्वारा 40 चुजे दिए गये थे जो अब सभी लगभग एक-एक किलो के हो गये हैं जिन्हें बेचने पर उन्हें 12000 रूपये की आय होने का अनुमान है।
आदर्श ग्राम हल्बारास की हितग्राही श्रीमति सुबती द्वारा कुक्कुट पालन का सफल संचालन किया जा रहा है। उनके द्वारा 30 अप्रैल 2020 तक कड़कनाथ का विक्रय कर शुद्ध 3800 रूपये का लाभ हुआ। जिसे वह निरन्तर आगे बढा़ना चाहती हैं। आर्दश ग्राम समेली विकासखण्ड कुआकोण्डा के हितग्राही श्री लिंगाराम, श्रीमति पाण्डेबाई, श्री हड़माराम श्री कमल सिंह ,श्रीमति जोगी बाई, हान्दा श्री जोगाराम को पशुधन विकास विभाग द्वारा गरीबी उन्मूलन (आजीविका संवर्धन योजना) के तहत 10 बकरी व बकरा वितरित किया गया, जिसमें बकरियों ने मेमनों को जन्म दिया है और शीघ्र ही हितग्राहियों को वित्तीय लाभ मिलता प्रांरभ हो जाएगा।

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