राजनांदगांव/अंबागढ़ चौकी – ब्लॉक मुख्यालय के कोविड केयर सेंटर में सप्ताहभर के अंदर दूसरी मौत हो गई है। मंगलवार की शाम सांस लेने में आ रही समस्या के चलते नगर के वार्ड 2 निवासी 42 वर्षीय शिक्षक हीरामन वर्मा की मौत हो गई।
हीरामन को मंगलवार सुबह से ही सांस लेने में समस्या आ रही थी। इस मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए इसे कोविड केयर सेंटर से जिला अस्पताल या मेडिकल कालेज रेफर कर दिया जाना चाहिए था। लेकिन यहां पर मरीज को रोक कर रखा गया है। जिसके बाद शाम 4 बजे मरीज की हालत बिगडी और उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों से कोविड केयर सेंटर में अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए कहा कि बीएमओ व बीपीएम की लापरवाहियों के चलते मरीज की मौत हो गई।
परिजनों ने शासन व प्रशासन से इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर में भी भी अंबागढ़ चौकी ब्लॉक के कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए नगर के वार्ड एक मेरेगांव में स्थित कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है ।
दस दिन पूर्व प्रारंभ हुए इस कोविड केयर सेंटर में सप्ताह भर के अंदर दो मौत हो गई। सात अप्रैल को ब्लॉक के ग्राम खोर्राटोला निवासी 61 वर्षीय सुकलाल खरे की मौत हुई थी। वहीं 13 अप्रैल को नगर के वार्ड 2 निवासी शिक्षक हीरामन वर्मा की मौत हो गई। इन दोनों ही मामलों में कोविड केयर सेंटर की अव्यवस्था व लापरवाही सामने आई है।
कोविड केयर सेंटर में नहीं आते डॉक्टरः
मृतक के परिजनों का आरोप है कि केयर सेंटर के कुप्रबंधन व अव्यवस्था तथा लापरवाही से उनके अपनों की मृत्यु हो गई। यदि समय पर मरीज जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता तो उनकी जान बच जाती। लेकिन यहां पर मरीज को रोक कर रखा गया और उनके इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। जिससे उनकी मौत हो गई।
दोनों ही मरीज को सांस से जुड़ी समस्या थी। परिजनों की शिकायत है कि कोविड केयर सेंटर में डॉक्टर आते ही नहीं है। सेंटर पिछले 10 दिनों से ग्रामीण क्षेत्र के पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के भरोसे चल रहा है । केयर सेंटर में मरीजों को समस्याएं आने पर वे आरएचओ को बताते हैं। स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने से मरीज की मौत हो जाती है ।










































