राजनांदगांव : एफआईआर नहीं कराई:राशन की अफरा-तफरी मामले में केवल लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई का दिखावा…

राजनांदगांव : हल्दी वार्ड में संचालित राशन की दुकान में सरकारी खाद्यान्न की अफरा-तफरी का मामला सामने आया था। वार्ड के लोगों ने कांटा मारी की शिकायत की थी तब जाकर खाद्य विभाग की ओर से जांच की गई।

Advertisements

जांच में स्पष्ट रूप से 14 क्विंटल खाद्यान्न की कमी पाई गई। जांच अधिकारी ने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी। मामले में लाइसेंस रद्द करने के अलावा दूसरी बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि वार्ड के लोगों ने दुकान संचालक और सेल्समैन के विरुद्ध एफआईआर कराने की मांग करते हुए हंगामा किया था। वार्ड के लोगों का सीधा आरोप था कि सेल्समैन की ओर से 18 रुपए किलो के शक्कर को 20 रुपए में बेचा जा रहा है।

वहीं लंबे समय से खाद्यान्न में कांटा मारी की जा रही है। प्रत्येक हितग्राहियों से प्रति किलो के हिसाब से कांटा मारी की गई। इस तरह हर माह हजारों रुपए के राशन की अफरा-तफरी की गई है।

वार्ड के पार्षद केवल साहू ने बताया कि खाद्य विभाग की ओर से दूसरी संस्था को दुकान चलाने की जिम्मेदारी दी गई है पर पूर्व में दुकान चलाने वाले सेल्समैन और संचालक पर एफआईआर नहीं की गई। पार्षद ने कहा कि गुपचुप तरीके से उक्त फर्म को दोबारा कार्य नहीं दिया जाए, नहीं तो वार्ड के रहवासी उग्र प्रदर्शन करेंगे।