राजनांदगांव पढऩा लिखना अभियान स्वयंसेवी शिक्षकों का उन्मुखीकरण स्कूल शिक्षा विभाग राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के निर्देशन में कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण श्री तारन प्रकाश सिन्हा के कुशल मार्गदर्शन में जिले में पढऩा-लिखना अभियान के अंतर्गत विकासखंड राजनांदगांव, छुईखदान एवं खैरागढ़ के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में असाक्षरों का चिन्हांकन एवं उन्हें पढ़ाने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों (वीटीएस) का चिन्हांकन विकासखंड के सभी ग्राम एवं नगरीय क्षेत्र के वार्डों में सर्वे कर किया गया है।
असाक्षरों के चिन्हांकन के दौरान प्रति केन्द्र पढ़ाने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन किया गया है। जिले में ”पढऩा लिखना अभियान” के सफल संचालन व क्रियान्वयन हेतु तीनों विकासखंड में असाक्षरों को प्रवेशिका ”आखर झांपÓÓ एवं स्वयंसेवी शिक्षकों को स्वयंसेवी शिक्षक मार्गदर्शिका प्रदाय किया गया।
पढऩा लिखना अभियान अंतर्गत जिले के चयनित विकासख्ंाड राजनांदगांव, खैरागढ़ एवं छुईखदान में स्वयंसेवी शिक्षकों का उन्मुखीकरण कोविड-19 संक्रमण रोकथाम व बचाव संबंधी शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए तीनों विकासखंड में 29 जून से आयोजित किया गया है। उन्मुखीकरण प्रति दिवस 2 बैच में आयोजित है, जिसमें प्रति बैच 50 स्वयंसेवी शिक्षकों को सम्मिलित किया गया है। इसी क्रम में राजनांदगांव के स्वयंसेवी शिक्षकों का उन्मुखीकरण बल्देव प्रसाद मिश्र उच्चतर माध्यमिक शाला स्थित शहीद विनोद चौबे मेमोरियल हाल में एवं खैरागढ़ के स्वयंसेवी शिक्षकों का उन्मुखीकरण डाइट सभाकक्ष खैरागढ़ में संपन्न हुआ।
वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत असाक्षरों/शिक्षार्थियों को स्वच्छ व सुरक्षित वातावरण में पठन-पाठन कराया जाएगा पढऩा लिखना अभियान अंतर्गत कक्षाओं का संचालन जुलाई माह प्रथम सप्ताह से प्रारंभ होगा। नवाचारी गतिविधियों को अपनाते हुए मोहल्ला साक्षरता कक्षाओं के माध्यम से पठन-पाठन कराया जाएगा। इसके पूर्व राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा ऑनलाईन प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
तीनों विकासखंड में राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर एवं स्रोत व्यक्ति के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वयंसेवी शिक्षकों के उन्मुखीकरण में चयनित ग्राम /वार्ड के सभी स्वयंसेवी शिक्षकों को सम्मिलित कराने हेतु संबंधित विकासखंड शिक्षा कार्यालय को पत्र प्रेषित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पढऩा लिखना अभियान गत वर्ष से स्वीकृत किया गया है जिसमें प्रदेश के 15 वर्ष से अधिक आयु के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता प्रदान किया जाना है। यह कार्यक्रम जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के माध्यम से जिले में क्रियान्वित किया जाएगा। असाक्षरों को पढ़ाने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों (अनुदेशकों) द्वारा असाक्षरों को स्वयंसेवी भावना से नि:शुल्क पढ़ाया जाना है।
इस अभियान में नीति आयोग द्वारा निर्धारित आकांक्षी जिलों, राष्ट्रीय व राज्य के औसत साक्षरता वाले जिलों महिला, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अल्पसंख्यकों को प्राथमिकता प्रदान किया गया है। जिले में भी यह कार्यक्रम प्रथम चरण में विकासखंड राजनांदगांव, छुईखदान एवं खैरागढ़ के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित किया जाना है।
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