राजनांदगांव। 7 साल का बच्चा प्रियांश, स्टेशन पारा, राजनांदगांव (छ.ग.) का निवासी है। अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम, राजनांदगांव के मैदान में शाम की प्रैक्टिस के दौरान खेलते हुए चोट लगने के बावजूद, अगले ही दिन तड़के सुबह 5:30 बजे पटरी पार-चीखली स्कूल में नियमित अभ्यास के लिए उपस्थित हुआ।
इतनी छोटी उम्र में खेल के प्रति उसकी लगन, जुनून और अनुशासन भविष्य में प्रियांश को एक सफल व्यक्ति बनाएंगे।
उसके इस जज़्बे से न केवल उसके साथियों को प्रेरणा मिलती है, बल्कि यह संदेश भी जाता है कि सच्चा खिलाड़ी कभी भी चुनौतियों से पीछे नहीं हटता। खेल भावना और दृढ़ संकल्प का ऐसा उदाहरण निस्संदेह प्रेरणादायक है।
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