राजनांदगांव – चिटफंड कंपनियों के जाल में फंसकर अपने रुपए दोगुने और तीनगुने कराने के फेर में अपनी गाढ़ी कमाई लूटा चुके निवेशकों के रुपए वापस दिलाने राज्य शासन ने सार्थक पहल की और लगभग 1 वर्ष में ही निवेशकों की बड़ी रकम लौटाई गई। आज भी एक वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव जिले के 17 हजार निवेशकों के खाते में 2 करोड़ 46 लाख रुपए की राशि लौटाई है।
विभिन्न चिटफंड कंपनियों के द्वारा निवेशकों को उनके रुपए 3 से 5 साल के बीच डबल और तिबल करने का लालच देकर चिटफंड कंपनियों ने उन्हें अपने जाल में फंसाया और उनसे उनकी गाड़ी कमाई जमा करवा ली। निवेशकों ने भी चिटफंड कंपनियों के झांसे में आकर 50 हजार से लेकर 10 लाख रुपए तक जमा कर दिए। रुपए जमा करने की मैच्योरिटी अवधि पूरी होने के बाद भी निवेशकों को चिटफंड कंपनियों ने रुपए नहीं लौटाए। लोग पांच से दस सालों से अपने रुपए वापस पाने चक्कर काटते रहे थे इसी बीच प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर निवेशकों के रुपए लौटने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया था।
जिसे पूरा करते हुए सरकार के द्वारा निवेशकों के रुपए लौटाने की प्रक्रिया शुरू की गई और लगभग 1 वर्ष के भीतर ही राजनांदगांव जिले में 9 करोड़ रुपए हजारों निवेशकों के खाते में जमा कराए गए है राजनांदगांव जिले के कोल्हापुरी निवासी शारदा बाई ने कहा कि उसने वर्ष 2012 में यालको ग्रुप में 5 लाख रूपये जमा किए थे लेकिन उसके पैसे वापस नहीं हुए। बीते वर्ष मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर उसे डेढ़ लाख रुपए की राशि मिली और आज वर्चुअल माध्यम से हुए कार्यक्रम के जरिए 50 हजार की राशि और मिली।
चिटफंड कंपनी के निवेशकों की राशि लौटाने के लिए राजनंदगांव कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल जुड़कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निवेशकों से बातचीत की और उन्हें अब किसी भी चिटफंड कंपनी के झांसे में नहीं आने को कहा। राजनंदगांव एडिशनल कलेक्टर सीएल मारकंडे ने कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से 17000 निवेशकों के खाते में 2 करोड़ 46 रुपए की राशि जमा कराई गई है।
राज्य शासन के द्वारा निवेशकों के रुपए लौटाए जा रहे हैं तो वही चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। वर्चुअल आयोजन में शामिल राजनांदगांव कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा और पुलिस अधीक्षक ने चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टरों पर की जा रही कानूनी कार्रवाई के संबंध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड कंपनियों के निवेशकों की राशि लौटाने की प्रक्रिया के तहत पूर्व में ही 7 करोड़ 32 लाख रुपए राजनांदगांव जिले के निवेशकों को लौटा चुके हैं। इसके लिए चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क की जा रही है और नीलामी से प्राप्त राशि निवेशकों के खाते में जमा कराई जा रही है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर राजनांदगांव जिले के चिटफंड कंपनियों के निवेशको से आवेदन फॉर्म मंगाए गए थे, जिसमें लगभग 3 लाख निवेशकों ने चिटफंड कंपनियों में अपनी लगभग 900 करोड रुपए की राशि जमा किए जाने का दावा आवेदन जमा किया था, अब इस आवेदन के आधार पर राज्य शासन चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों को लौटा रही है।
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