छत्तीसगढ़ राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार करने के उद्देश्य से प्रदेश में स्थापित 40 अंग्रेजी माध्यम के उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रार्चार्यों का ऑनलाईन प्रशिक्षण आज से प्रारंभ हुआ। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के संचालक श्री डी.राहुल वेंकट, के निर्देश पर एस.सी.ई.आर.टी के अतिरिक्त संचालक श्री आर.एन. सिंह और संयुक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे की उपस्थिति में इसकी औपचारिक शुरूआत हुई।
उल्लेखनीय है कि अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों के प्राचार्यों का अधिस्थापन (इन्डक्सन) प्रशिक्षण आज से शुरू हुआ जो 27 अगस्त 2020 तक होगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा ‘पढ़ई तुंहर दुआर‘ पोर्टल के अंतर्गत जुगाड़ स्टूडियो के माध्यम से ऑनलाईन दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण प्रतिदिन दो घण्टे अपरान्ह 3 से 5 बजे तक होगा। प्रत्येक सत्र एक घण्टे का होगा। प्रशिक्षण की विषयवस्तु- व्यवहार मूलक कौशल, कार्यालयीन एवं वित्तीय प्रक्रिया, अकादमिक और शैक्षिक नेतृत्व प्रबंधन से संबंधित है। प्रशिक्षण संस्था में रहते हुए कार्यालयीन अवधि में ऑनलाईन दिया जा रहा है।
एस.सी.ई.आर.टी के अतिरिक्त संचालक श्री आर.एन. सिंह ने प्राचार्यों को संबोधित करते हुए कहा कि अंग्रेजी माध्यम के उत्कृष्ट विद्यालयों के प्राचार्यों को पहली बार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शासन की मंशानुसार अंग्रेजी माध्यमों के स्कूलों को उत्कृष्ट बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों में कक्षा पहली से 12वीं तक गरीब बच्चों को प्राथमिकता देते हुए जो अंग्रेजी माध्यम से पढ़ना चाहते है, उन्हें निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। वर्तमान में विज्ञान (गणित एवं बायोलॉजी), वाणिज्य संकाय की कक्षाएं प्रारंभ होगी। इन विद्यालयों को पंजीकृत संस्था के रूप में संचालित करने का एकमात्र उद्देश्य यह है कि इन विद्यालयों की गुणवत्ता को बरकरार रखते इन्हें उत्कृष्ट बनाया जाए। किसी भी समस्या का समाधान तत्काल विद्यालय में ही हो जाए। अंग्रेजी स्कूल अन्य शासकीय संस्थाओं की तरह ही कार्य करेंगे, इनमें कोई भी प्राईवेट संदस्य नहीं है। यह स्कूल छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबंद्ध होंगे। किसी भी समस्या समाधान के लिए जिला कलेक्टर सक्षम होंगे।
प्रारंभिक सत्र को संबोधित करते हुए एस.सी.ई.आर.टी के संयुक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम के स्कूल को अपने सपनों का स्कूल बनाए। जिस प्रकार डाईट या समग्र शिक्षा में प्रतिनियुक्ति होती है, इसी प्रकार इसमें भी प्रतिनियुक्ति की गई है। अजीम प्रेमजी फांउडेशन द्वारा शिक्षा के उद्देश्य विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के प्राचार्यों में शैक्षिक नेतृत्व प्रबंधन के लिए छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी के सहयोग से प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किया गया है। इस अवसर पर प्रशिक्षण प्रभारी श्रीमती पी. किसपोट्टा, कोआर्डिनेटर श्रीमती जे.कुरियन भी उपस्थित थे।
दुर्ग। भारती विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय के तत्वाधान में एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया…
राजनांदगांव 21 नवम्बर। वार्ड विकास की कडी में नगर निगम द्वारा वार्ड नं. 10 स्थित…
नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता सक्रिय जी.ई.रोड जिला न्यायालय के पास लगे ठेला खोमचा व…
10 दुकानदारों पर लगाये 2 हजार 8 सौ रूपये अर्थदण्ड,2 किलो पालीथिन जप्ती, कपड़े व…
नंदई, गंज चौक, पुराना बस स्टैण्ड में साफ सफाई देख हाजरी रजिस्टर की किये जॉच…
राजनांदगांव 21 नवम्बर 2024। संचालनालय कृषि छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशन एवं कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल…
This website uses cookies.