रक्तदान शिविर का आयोजन कोविड 19 के कारण फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए किया जाए
रायपुर- 30 सितंबर 2020/ श्री टी.एस. सिंहदेव, केबिनेट मंत्री लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने एक अक्टूबर राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर राज्य के सभी शासकीय एवं गैर शासकीय संस्थाओं को स्वैच्छिक रक्तदान के लिये प्रोत्साहित कर अधिक से अधिक रक्तदान करने हेतु आग्रह किया है।
उन्होने कहा कि रक्तदान महादान होता है और रक्तदान करने से कमजोरी नही आती है। स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के पूर्व आज यहां श्री नीरज बंसोड़, (भा.प्र.से.) संचालक स्वास्थ्य सेवायें सह परियोजना संचालक छ.ग. राज्य एड्स नियंत्रण समिति परियोजना संचालक की अध्यक्षता मे वेबीनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समस्त सिविल सर्जन, ब्लड बैंक प्रभारियों तथा गैर शासकीय संस्थाओं से कहा गया कि ब्लड बैंको में स्वैच्छिक रक्तदान को प्रोत्साहित करें। रक्तदान शिविरों का आयोजन कोविड 19 के कारण फिजिकल डिस्टेंसिंग आदि का विशेष ध्यान रखते हुए किया जाये।
वेबीनार में इस बात पर जोर दिया कि कोराना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके व्यक्तियों को नियमानुसार प्लाज्मा दान के लिये चिन्हीत करते हुये सहमति उपरांत प्लाज्मा दान करने हेतु प्रोत्साहित करें । गैर कोविड सेवाओं को निरंतर बनाये रखते हुये एवं आपातकालीन सेवायें जैसे प्रसव, दुर्घटना आदि तथा हीमोग्लोबीनोपैथी मरीजों को निरंतर रक्त की उपलब्धता बनाये रखने में ब्लड बैंक की उपयोगिता सर्वोपरि है।
वेबीनार में डाॅ अरविन्द नेरल, विभागाध्यक्ष पैथोलाजी विभाग चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर ने बताया कि रक्तदान क्यों आवश्यक है और इससे हमारे शरीर में कोई नुकसान नही होता। रक्तदान करने हेतु कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जो 18 से 65 साल आयु वर्ग का है और जो कम से कम 45 किलो वजन का हो एवं उसका हीमोग्लोबीन 12.5 ग्राम से ज्यादा का हो वह व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। रक्तदान संबंधी कई भ्रांतियों का भी उल्लेख करते हुये बताया कि रक्तदान करने से कमजोरी नही आती। दुबला पतला स्वस्थ व्यक्ति भी रक्तदान कर सकता है।
यहां तक की महिलायें भी रक्तदान कर सकती हैं जो स्वस्थ हो और जिनका वजन 45 किलो से अधिक एवं आयु 18 से 65 वर्ष के मध्य हो। उन्होने बताया की प्रत्येकस्वस्थ पुरूष/महिला के शरीर में 4 से 6 लिटर रक्त होता है जो हमारे वजन के अनुसार पुरूषों में 76 मि.लि. एवं महिलाओं में 66 मि.लि. प्रति किलोग्राम रक्त उपलब्ध होती है। रोजमर्रा के कामों के उपयोग के लिये केवल 50 मि.लि.प्रति किलोग्राम रक्त की ही आवश्यकता होती है। इसीलिये जो अतिरिक्त रक्त शरीर में होता है उसे ही रक्तदान में लिया जाता है। किसी भी तरह की कमजोरी नही आती।
राज्य की कुल जनसंख्या 2.55 करोड़ के आधार पर 01 प्रतिशत रक्त की आवश्यकता होती है अथार्त 2.55 लाख युनिट प्रतिवर्ष जरूरत पड़ती है जिसे शासकीय एवं गैर शासकीय ब्लड बैंको के माध्यम से पूर्ति किया जाना है। वर्तमान में राज्य में कुल 94 ब्लड बैंक कार्यरत हैं जिसमें 31 शासकीय चिकित्सालय ब्लड बैंक तथा 63 गैर शासकीय ब्लड बैंक संचालित है। वर्ष 2019-20 में ब्लड बैंकों द्वारा कुल 231054 रक्त संग्रहण किया गया। वर्ष 2020-21 (अप्रैल से अगस्त) तक ब्लड बैंकों द्वारा कुल 67543 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया।डाॅ एस.के. बिन्झवार, अतिरिक्त परियोजना संचालक द्वारा सुरक्षित रक्तदान शिविर के आयोजन एवं ब्लड बैंक में रक्त के रखरखाव के बारे में जानकारी दी गई।
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