छत्तीसगढ़

VISION TIMES : इंश्योरेंस के 72 लाख रुपए पाने के लिए युवक ने रची लापता की साजिश…

कांकेर, कांकेर जिले के चारामा क्षेत्र के पूरी गांव में एक कार में आग लगने के बाद से लापता परिवार वापस लौट आया है। युवक के ऊपर 25 लाख रुपए का कर्ज था। इसलिए वो खुद को और पूरे परिवार को मरा बताकर इंश्योरेंस के 72 लाख रुपए हासिल करना चाहता था। इसी पैसे से वह कर्ज चुकाना चाहता था। ये रकम उसके पिता को मिलती। जब रकम मिल जाती तो वह पिता से संपर्क करता।

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एसपी शलभ सिन्हा ने पूरे मामले का खुलासा मंगलवार को किया। एक मार्च को पखांजूर निवासी समीरन सिकदार (29), जया(26), दीप (9) औक कृतिका (4) लापता हो गए थे। उनकी कार कांकेर के पास पूरी तरह जली हुई मिली थी। समीरन ने घर में बच्चों के इलाज के लिए धमतरी जाने की बात कही थी। मगर पहले वह रायपुर गया था। समीरन और उसके परिवार कि आखिरी लोकेशन भी रायपुर में मिली थी।

परिवार की तलाश पिछले 13 दिनों से जारी थी। जिसके बाद समीरन और उसका परिवार पखांजूर से अपने ही फार्म हाउस में मिला है। फॉरेंसिट टीम की जांच में इस बात की पुष्टि हुई थी कि घटना के वक्त कार में कोई नहीं था। इसी आधार पर परिवार की तलाश की जा रही थी। समीरन ने पुलिस को बताया कि पिछले कुछ महीनों से उसे पोल्ट्री व्यवसाय में काफी नुकसान हो रहा था। ऊपर से कर्ज की वजह से भी वह परेशान था। इसलिए सबसे पहले समीरन ने अपनी पत्नी जया को इमोशनल ब्लैकमेल किया और अपनी साजिश में शामिल कर लिया। समीरन ने बताया कि जया और बच्चों को लेकर सबसे पहले वह 1 मार्च को रायपुर गया था। रायपुर में उसने अपने बच्चों का इलाज करवाया था। फिर वह धमतरी गया। वहां वह रात को लॉज में गया।

लॉज से सभी खाने के लिए गए थे फिर वह अपने परिवार को लॉज में ही छोड़कर अपनी कार से वापस कांकेर के चाराया चला गया। रास्ते में उसने पेट्रोल खरीदा था। जब वह पूरी गांव में पहुंचा वहाँ उसने पेट्रोल डालकर अपनी कार को जला दिया। ये सब कुछ एक मार्च की रात करीब 10:30 के बीच हुआ था। समीरन ने बताया कार में आग लगाने के बाद वह किसी तरह से कांकेर गया।

वहां से वह अगले दिन सुबह वापस धमतरी गया। धमतरी से उसने अपने परिवार को वापस लिया। इसके बाद फिर से वह रायपुर गया। वहां उसने पंडरी स्थित फोटो स्टूडियो से फोटो ली फोटो लेने के बाद उसने किसी रास्ते से हो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के लिए बस् पकड़ी। उसने बताया कि प्रयागराज जाने के बाद वह असम के गुवाहाटी भी गया वहां से वो अपने परिवार के साथ बिहार के पटना चला गया था। पटना जाकर उसने नया फोन और सिम खरीदा। तब उसे ये लगा कि छत्तीसगढ़ पुलिस उसकी तलाश के लिए क्या कर रही है।

Lokesh Rajak

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