प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत से जुड़े डॉक्टरों, नर्सों और अन्य सभी लोगों के प्रयासों की सराहना की
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आयुष्मान भारत का सबसे बड़ा लाभ पोर्टेबिलिटी और किफायती एवं बेहतरीन चिकित्सा सेवा है’
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि ‘आयुष्मान भारत’ के तहत लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है।
प्रधानमंत्री ने अनेक ट्वीट्स में कहा है कि हर भारतीय इस पर गौरवान्वित महसूस करेगा कि यह संख्या 1 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है।
उन्होंने कहा, ‘दो साल से भी कम समय में इस पहल का अनगिनत लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मैं सभी लाभार्थियों और उनके परिवारों को बधाई देता हूं। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए मंगल-कामना भी करता हूं।’
श्री मोदी ने कहा, ‘ मैं आयुष्मान भारत से जुड़े डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य सभी लोगों के अथक प्रयासों की सराहना करता हूं।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इन सभी लोगों के प्रयासों ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कार्यक्रम बना दिया है। इस पहल ने अनगिनत भारतीयों, विशेषकर गरीबों और बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोगों का विश्वास जीता है।’
आयुष्मान भारत के फायदों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके सबसे बड़े लाभों में से एक ‘पोर्टेबिलिटी’ है।
श्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है, ‘ लाभार्थी न केवल जहां वे पंजीकृत हैं, बल्कि भारत के अन्य हिस्सों में भी बेहतरीन और किफायती चिकित्सा सेवा प्राप्त कर सकते हैं। इससे उन लोगों को काफी सहूलियत होती है जो अपने घर से दूर कहीं और काम करते हैं या ऐसी जगह पर पंजीकृत हैं जहां के निवासी वे नहीं हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह वर्तमान परिस्थिति के कारण आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के साथ संवाद करने में असमर्थ हैं। हालांकि, उन्होंने मेघालय की पूजा थापा के साथ टेलीफोन पर बातचीत की जो आयुष्मान भारत की 1 करोड़वीं लाभार्थी हैं।