साइको किलर आर्मिन मेवाइज की सजा ख़त्म हो गयी है.
एक सामान्य का कम्यूटर टेक्नीशियन आर्मिन मेवाइज (ARMIN Meiwes) दुनिया के सबसे खतरनाक साइको किलर्स में से एक माना जाता है. रॉटेनबर्ग के वुस्टेफेल्ड में रहने वाले आर्मिन ने न सिर्फ एक शख्स की घर बुलाकर हत्या की बल्कि उसका वीडियो बनाया और उसका प्राइवेट पार्ट भी पकाकर खा गया.
बर्लिन. जर्मनी (Germany) के रॉटेनबर्ग में रहने वाला एक सामान्य का कम्यूटर टेक्नीशियन आर्मिन मेवाइज (ARMIN Meiwes) दुनिया के सबसे खतरनाक साइको किलर्स में से एक माना जाता है. रॉटेनबर्ग के वुस्टेफेल्ड में रहने वाले आर्मिन ने न सिर्फ एक शख्स की घर बुलाकर हत्या की बल्कि उसका वीडियो बनाया और उसका प्राइवेट पार्ट भी पकाकर खा गया. उसने साल 2001 में बर्नाड ब्रांडेस का क़त्ल करके न सिर्फ उसका प्राइवेट पार्ट खाया बल्कि उसे शूट कर अपनी वेबसाइट पर अपलोड भी कर दिया.
आर्मिन को साल 2002 में गिरफ्तार कर लिया गया था और साल 2004 में उसे उम्रकैद की सजा हुई. हालांकि अब उसकी सजा ख़त्म हो गयी है और लोग उस जैसे शख्स के जेल से बाहर आने पर विरोध दर्ज करा रहे हैं. आर्मिन का दावा है कि जिस शख्स को उसने खाया था उसने खुद को कैनिबलिज्म के लिए एक वॉलंटियर के तौर पर मुझसे संपर्क किया था. उसका दावा है कि जर्मनी में करीब 800 लोग ऐसे हैं जो इंसान का मांस खाने जैसी वहशी प्रैक्टिस को फ़ॉलो करते हैं. आर्मिन के मुताबिक उसने अपनी वेबसाइट पर वॉलंटियर के लिए एक एड डाला था जिसके बाद बर्नाड ब्रांडेस ने उनसे संपर्क किया था. आर्मिन ने एक इंटरव्यू में कबूल किया है कि वे लोग कैनिबलिज्म के जरिए दुनिया की काली शक्तियों से संबंध स्थापित करना चाहते थे.
बचपन से ही इंसान को खाने का था सपना
आर्मिन ने कोर्ट के सामने कबूल किया है कि वो बेहद कम उम्र से ही इंसान को खाने के सपने देखा करते थे. अपनी मां की मौत के बाद आर्मिन ने बाकायदा अपने एक बाथरूम को स्लॉटर हाउस में तब्दील कर दिया था. आर्मिन ने न सिर्फ ब्रांडेस को मारा बल्कि 10 महीने तक उसके मांस को एक फ्रीजर में स्टोर करके रखा और रोज़ खाता रहा. आर्मिन खुद को मास्टर बुचर के नाम से बुलाता था.
आर्मिन ने द इंडिपेंडेंट को साल 2014 में दिए एक इंटरव्यू में कबूल किया है कि उसके जैसे करीब 800 लोग जर्मनी में हैं जिन्हें वह अपना भाई मानता है. ये लोग इंटरनेट के जरिए आपस में जुड़े हुए थे और एक-दूसरे को खाने के लिए योजनाएं बनाते थे. इन लोगों ने एक सीक्रेट सोसायटी भी बनायीं थी जो कि इंसान को खाने के जरिए सुपरनेचुरल पावर से संबंध स्थापित करने जैसी बातों पर भरोसा करती थी. पुलिस को छानबीन में एक चैटरूम भी मिला था जिसमें करीब 400 लोग इस तरह की बातें कर रहे थे.