कांकेर : के आमाबेड़ा इलाके में फोर्स के लिए रच रहे थे साजिश…

कांकेर : विस्फोट इतना जबरदस्त था कि डीवीसी मेंबर नक्सली के चिथड़े उड़ गए। नक्सली के शरीर का कुछ हिस्सा व फटे कपड़े पेड़ में जाकर लटक गए। कुछ पेड़ में खून के छींटे भी पड़े हैं।

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मौत देने चले थे मगर मौत पहले ही मिल गई
चुकपाल के इलाके में जहां विस्फोट हुआ वहां आसपास में एक साथ कई प्रेशर बम लगाए गए थे, जिसे विस्फोट के बाद नक्सलियों ने वापस निकाल लिया और वहां उसके छोटे छोटे गड्ढे मिले हैं। इसके अलावा यहां पुल टेक्निक से लगाए गए बम के तार व रबर के ट्यूब भी मिले हैं। यहां से कुछ दूरी पर बोड़ागांव में बीएसएफ का कैंप है।

गश्त में निकलने वाले जवान वापसी में कैंप करीब आने पर थोड़े सामान्य हो जाते हैं और कैंप के बाहर कहीं जगह देख बैठकर आराम करते हैं। इसी को ध्यान में रख नक्सलियों ने यहां बड़ी संख्या में बम लगाकर बड़े हमले की तैयारी की थी।

बीएसएफ थी टार्गेट में


आमाबेड़ा इलाके में फोर्स को उड़ाने के लिए नक्सली बम लगा रहे थे, लेकिन बम लगाते वक्त खुद ही उड़ गए। इतना शक्तिशाली बम था कि डीवीसी मेंबर के चिथड़े पेड़ पर लटके मिले। दो नक्सली घायल भी हुए हैं। नक्सलियों ने इस बारे में पर्चे भी फेंके और बैनर भी लगाया है। इनमें लिखा है कि 18 फरवरी को आमाबेड़ा के गांव चुकपाल में सुबह 6.15 बजे एक हादसा हुआ।

इसमें कांकेर के आलदंड, कंदाड़ी निवासी सोमजी उर्फ सहदेव वेड़दा की मौत हो गई। यह डीवीसी मेंबर था। पर्चा उत्तर बस्तर डिवीजनल कमेटी के प्रवक्ता सुखदेव कावड़े की ओर से जारी किया गया है। इसमें लिखा है कि फोर्स को उड़ाने के लिए बम लगाते वक्त विस्फोट हो गया।