अंबिकापुर. पति की गैरमौजूदगी से परेशान महिला डॉक्टर ने आत्महत्या (Suicide) कर ली. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर (Ambikapur) स्थित बलरामपुर-रामानुजगंज जिला के बरियो अस्पताल की 38 वर्षीय डॉ. खुशबू सिंह ने शनिवार की देर रात फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. वह अंबिकापुर के नमनाकला में स्थित अपने मायके में रहती थीं. डॉ. खुशबू की मौत के बाद उनके परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनके पति दिल्ली में इंजीनियर हैं. उनका अंबिकापुर आना-जाना कम होता है, संभवतः इसी वजह से महिला डॉक्टर परेशान रहती थी. पुलिस ने इस मामले में बताया कि महिला डॉक्टर ने पंखे में दुपट्टे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस को डॉक्टर के कमरे से सुसाइड नोट जैसा कुछ भी नहीं मिला है. महिला डॉक्टर की खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है. छत्तीसगढ़ अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक, डॉ. खुशबू सिंह बीते शनिवार को ड्यूटी पर नहीं गई थीं. उनके परिजनों ने पुलिस को दी गई जानकारी में कहा कि रात में खाना खाने के बाद वह अपने 5 साल के बेटे के साथ कमरे में सोने चली गईं. रात के लगभग 2 बजे खुशबू का बेटा अपनी नानी के कमरे में दौड़ता हुआ आया और अपनी नानी को जगाकर कहा कि मम्मी को कुछ हो गया है. मासूम की बात सुनकर जब घरवाले डॉ. खुशबू के कमरे में पहुंचे तो वहां उसे पंखे से लटका पाया. परिजन तत्काल उसे लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने खुशबू को मृत घोषित कर दिया.
डॉ. खुशबू की मौत से उनके मायके में मातम छा गया है. परिजनों ने घटना के बाद उनके पति और ससुराल वालों को सूचना दे दी है. घरवालों के मुताबिक डॉ. खुशबू की ससुराल उत्तर प्रदेश में है. जानकारी के मुताबिक डॉ. खुशबू की शादी 2013 में इंजीनियर पुनीत सिंह के साथ हुई थी. पुनीत सिंह दिल्ली में नौकरी करते हैं. वहीं, डॉ. खुशबू अंबिकापुर में अपने 5 साल के बेटे रुद्राक्ष और मायके वालों के साथ रहती थीं. मायकेवालों ने पुलिस को बताया कि पुनीत सिंह कभी-कभार ही अंबिकापुर आते हैं. इस वजह से खुशबू हमेशा तनाव में रहती थीं. हालांकि पुलिस ने कहा कि घटना के पीछे पारिवारिक तनाव है या और कोई वजह, यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा.