नारायणपुर: कलेक्टर ने गौठान समिति की ली बैठक, गौठानों में 2 रूपए प्रति किलो की दर से खरीदा जाएगा गोबर…

नारायणपुर – कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने गोधन न्याय योजना के सकारात्मक क्रियान्वयन के लिए आज शनिवार को गौठान समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों की बैठक कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में ली। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने तथा जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लागू किया जा रहा है। जिले के गौठानों में हरेली त्यौहार के दिन 20 जुलाई को गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि गौठान समिति को आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनाने के लिए विभिन्न आर्थिक गतिविधिया संचालित की जाएगी। इसके लिए प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जायेगा। कलेक्टर ने जिन गौठानों में हरेली त्यौहार के दिन गोधन न्याय योजना प्रारंभ होगी वहां, गोबर विक्रेताओं के कार्ड, तौल मशीन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने गौठान समिति के सदस्यों से सुझाव भी मांगे।

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कलेक्टर ने गौठान समिति को बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गौ पालकों से खरीदे गये गोबर से तैयार किये गये वर्मी कम्पोस्ट को 8 रुपये प्रति किलो एवं अन्य उत्पादों को शासन द्वारा निर्धारित दर पर बेचा जायेगा। गौ पालकों से गोबर की खरीदी गौठान समितियों द्वारा परिवहन शुल्क सहित दो रूपये प्रति किलो के हिसाब से की जायेगी। गौठान समिति अपने ग्राम पंचायत में शामिल गांव के ही गौ पालकों से गोबर खरीदेगी। गौठान समितियों द्वारा गोबर पशु पालकों से खरीदा जायेगा। अपने पशुओं द्वारा उत्पादित गोबर की बिक्री पशुपालक के लिए पूरी तरह से स्वैच्छिक होगी। गौठान समितियां हाथ में उठाये जाने लायक अर्द्ध ठोस प्रकृति का ही गोबर खरीदेंगी। कांच, प्लास्टिक, मिट्टी आदि अपशिष्टों वाला गोबर नहीं खरीदा जायेगा। गोबर से बने अन्य उत्पाद जैसे कंडा आदि नहीं खरीदे जायेंगे।

गौठान समितियां पशुपालकों से खरीदे गये गोबर का पूरा लेखा-जोखा भी रखेंगी। हरेक पशुपालक के लिए गोबर खरीदी कार्ड या क्रय पत्रक बनाया जायेगा। खरीदे गये गोबर की मात्रा की कार्ड में इंट्री की जायेगी और इस पर पशुपालक के भी हस्ताक्षर लिये जायेंगे। गौठानों में आने वाले पशुओं के लिए पहले की तरह ही हरे चारे की यथासंभव व्यवस्था गौठान समितियों द्वारा की जायेगी। पशुपालकों से खरीदे गये गोबर को गौठान में लाकर रखा जायेगा और 15-20 दिन के बाद वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए उपयोग किया जायेगा। पशुपालकों से खरीदे गये गोबर की मात्रा अनुसार भुगतान हर 15 दिन में होगा। गोबर को तौलने के लिए तराजू या कैलिब्रेटेड फर्मा का उपयोग किया जायेगा। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट बनाने का काम स्थानीय स्व सहायता समूह करेंगे। इस काम में चरवाहों को भी जोड़ा जायेगा।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री राहुल देव ने बताया कि हरेली त्यौहार के दिन गौठानों में वृक्षारोपण किया जाएगा। उन्होने पूर्ण हो चुके गौठानों व प्रगतिरत गौठानों की जानकारी दी। बैठक में वनमंडलाधिकारी श्री डीकेएस चौहान, सीईओ जनपद पंचायत नारायणपुर एवं ओरछा, तथा कृषि विभाग के अधिकारियों सहित गौठान समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य उपस्थित थे।