राजनांदगांव। संसार में मॉ से बढ़ कर दूसरा और कोई नही है। इस बात को कोरोना संक्रमण के विरुध असली जंग लड़ रही मेडिकल कॉलेज अस्पताल की स्टाफ नर्स माताओं ने साबित किया है। कोरोना संक्रमण में लोगों की सुरक्षा और इलाज में जुटी इन मताओं के हौसले को प्रणाम है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्टाफ नर्सो ने एक मॉ के रुप में अपनी अहम भूमिका अदा की है। अपने परिवार और बच्चों से दूर रह कर अपनी जान की परवाह ना करते हुए कोरोना संदिग्ध एवं संक्रमितों का 14 दिनों तक अस्पताल के कोरोना आईसोलेशन वार्ड में ड्यूटी की फिर खुद 14 दिनों तक खुद क्वारेनटाईन होकर 28 दिनों तक अपने परिवार एवं बच्चों से दूरी बनाए रखी। जिसमें स्टाफ नर्स चांदनी चौरे, हिमानी देवांगन, प्रीती कोसरे, श्रीमती बीना मधुमति शामिल है। स्टाफ नर्स सुभाषनी माॅर्टिन को अपने बेटे रौनक मॉर्टिन से दूरी बनानी पड़ती है। इन दिनों वह मरीजों को सेवा एवं समय दे रही है। इसी तरह लक्ष्मी पति चेतन लाल साहू जो मितानीन है एवं हेल्प डेस्क में सेवा दे रही है। उनका एक बेटा लोकेश एवं बेटी पूजा है। दोनों से दूर रह कर कोरोना काल में डॉक्टर्स एवं नर्सेस के आदेशों का पालन कर रही है।