राजनांदगांव: अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम बद से बदतर, तकनीकी जानकार की नियुक्ति नहीं, करोड़ों का टर्फ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के भरोसे…

राजनांदगांव- राजनांदगांव जिले मे बने प्रदेश का पहला अन्तर्राष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ हाकी स्टेडियम देखरेख के अभाव मे खराब हो रहा है ।टर्फ मैदान अब खिलाडियो के लिए खेलने के लायक नही रहा है ।

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राजनांदगांव को हाकी और झाकी के नाम से जाना जाता है हांकी खेल को बढावा देने के लिए तात्कालिन मुख्यमंत्री डा रमन सिह ने कारोडो रुपये की लागत से राजनांदगांव शहर को प्रदेश का पहला इंटरनेशनल ट्रर्फ हाकी स्टेडियम की सौगात दी है और यहा पर राष्ट्रीय स्तर के साथ हि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की हाकी प्रतियोगिता आयोजित होती रही है लेकिन अब देख रेख के अभाव मे स्टेडियम की हालत बद से बदतर होती जा रही है ।

एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम की देखरेख के लिए एक भी तकनीकी जानकार की नियुक्ति नहीं की गई है। करोड़ों का टर्फ एक दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी के भरोसे है। इसकी तकनीकी रूप से मॉनीटरिंग ही नहीं हो रही है। इसके चलते टर्फ खराब होने लगा है। विडंबना यह है कि टर्फ की सफाई के लिए मशीन तक नहीं है।

केवल पानी का छिड़काव कर खानापूर्ति कर दी जाती रही है। इसी तरह यहा पर राईस मिल से निकलने वाले डस्ट ने टर्फ को अपने चपेट मे ले लिया है और पूरा मैदान डस्ट से ढक चुका है इसी तरह यहा पर आसामाजिक तत्वो का डेरा बना हुआ है दर्शक दीर्धा मे कुर्सीया गायब होने लगी है देखरेख के अभाव मे बाथरुम की हालत भी खराब हो चुकी है ।


यहा के खिलाडी और खेल प्रेमी जनता का कहना है कि यदि समय रहते इस ओर ध्यान नही दिया तो स्टेडियम खिलाडियो के खेलने लायक नही बचेगा और खिलाडी फिर से चट को ओर बढने मजबूर हो जायेगे ।