रेस्क्यू कर 24 घंटे से अधिक समय के बाद बडी मशक्कत के बाद निकाला गया शव
मामला राजनांदगांव जिले के गंडई क्षेत्र का है , तीन मजदूर कुए से सकुशल निकले
राजनांदगांव जिले के गंडई क्षेत्र के गांव बिरखा में लगभग 35 फिट गहरे कुएं की सफाई करने चार युवक उतरे थे जिसमे से एक युवक की मौत कुए की दीवाल घसकने से हो गई है। बाकी तीन सकुशल कुए से बाहर निकल गये है मृतक युवक का नाम महेश मरकाम बताया जा रहा है जो कि मलबे में दब गया था। मृतक के तीन अन्य साथी चंद्रेश नेताम, महेंद्र नेताम और पप्पू मेंरावी बाल बाल बच गए। घटना 3अप्रैल की करीब 1 बजे के आसपास बताई जा रही है । गांव के ही एक सार्वजनिक कुऐ की साफ करने के लिए चारों व्यक्ति उतरे थे। एकाएक कुंए दीवाल से मलबा गिरना चालू हो गया कुए की दीवाल घसकते देखआनन-फानन में तीन व्यक्ति जैसे तैसे रस्सी के सहारे उपर आ गए और बच गए। हालांकि तीनों व्यक्तियों को मामूली चोटे आई है। तीनो मजदूरो का उपचार गंडई स्वास्थ्य केन्द्र मे किया गया है वही महेश मरकाम लगभग 35 फिट अंदर मलबे में दब गया।
घटना की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। खबर मिलते ही गंडई पुलिस और प्रशासनिक अमला घटना स्थल पहुंची और रेस्क्यू कार्य चालू किया। रात्रि 8 बजे के लगभग तक रेस्क्यू किया गया। अधिक रात होने के कारण बचाव कार्य को विराम लग गया। 4 मई सोमवार को सुबह से पोकलेन बुलाकर मलबे को निकालना प्रारंभ किया तब जाकर संध्या 5:30 के आस पास महेश मरकाम का क्षत- विक्षत अवस्था में शव निकाला गया। इस मिशन को अंजाम देने मे पुलिस प्रशासन, राजस्व विभाग और गांव वालो की अहम भुमिका रही।
24 घंटे से भी ज्यादा चला रेस्क्यू का काम-
मालूम हो कि 3 मई को लगभग 1 बजे के आसपास चार मजदूर सार्वजनिक कुएं की सफाई करने के लिए उतरे थे । कुँए के उपर कुछ और लोग भी उपस्थित थे। अचानक कुआ का दिवाल घसकना शुरु हो गया । उपस्थित जन समुदाय ने चाह कर भी कुछ नहीं कर पाया।और मूक दर्शक ही बने रहे । घटना की खबर मिलते ही पुलिस अमला रेस्कयू करने पहुँची और रेस्क्यू कार्य प्रारंभ किया गया । देर रात 9 बजे तक महेश का शव कुए से बाहर नहीं निकाला जा सका। अधिक रात होने के कारण पुलिस ने काम को वहीं रोक दिया। 4 मई की शुबह फिर से बचाव कार्य को चालू किया गया। बचाव कार्य लगभग शाम 5:30 तक चला तब जाकर महेश मरकाम के क्षत-विक्षत शव को कुए से बाहर निकाल जा सका। इस घटना से बिरखा सहित पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल बना हुआ है।
नायब तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता ने बताया कि राजस्व पुस्तक परिपत्र के अनुसार पीड़ित परिवार को 4 लाख मुआवजा देने का प्रावधान है। उन्होंने यह भी बताया कि कुंआ घसकने जैसे आपदा में 40 हजार रुपये मुआवजा देने का भी प्रावधान है। उचित जांच कर मुआवजा दिया जाएगा।