खैरागढ़ – छत्तीसगढ़ी गीतों की गायिका ममता चंद्राकर ने दंतेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना के बाद इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में कुलपति का पदभार ग्रहण किया।
लोक कलाकार पद्मश्री ममता चंद्राकर शुक्रवार को पदभार लेने खैरागढ़ पहुंची शहर पहुंचते ही उन्होंने रियासत कालीन दंतेश्वरी मंदिर जाकर वहां पूजा-अर्चना की फिर संगीत विश्वविद्यालय के कैंपस दो स्थित प्रशासनिक भवन पहुंची संगीत विश्वविद्यालय के कुलसचिव पीएस ध्रुव, सहायक कुल सचिव विजय सिंह सहित प्रोफेसर कांशीनाथ तिवारी ने अगवानी की। कुलपति कार्यालय पहुंची चंद्राकर को निर्वतमान कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर मांडवी सिंह ने विधिवत रूप से कार्यभार सौंपा और उन्हें बधाई शुभकामनाएं दी कार्यभार ग्रहण करने के बाद कुलपति ममता चंद्राकर ने कक्ष में ही सभी विभाग अध्यक्षों से परिचय प्राप्त कर संगीत विश्वविद्यालय में जारी गतिविधियों की जानकारी ली।
डिग्री नहीं देश को मिलेंगे कलाकार
उन्होंने कहा संगीत विश्वविद्यालय का देश विदेश में विस्तार और संगीत के डिग्री नहीं बल्कि समाज को कलाकार देने का लक्ष्य लेकर वह काम करेंगी सारे विभागों सहित विश्वविद्यालय का नाम आसमान में ध्रुव तारे की तरह चमके इसके लिए वह बेहतर प्रयास करेंगे विश्वविद्यालय का माहौल काफी अलग है लेकिन क्षमता से ज्यादा बेहतर करने की ललक लेकर काम करना उद्देश्य है कुलपति ने कहा कि अध्ययन के चलते संगीत विश्वविद्यालय से जुड़ाव शब्दों में व्यक्त करना संभव नहीं है।
कांग्रेसियों ने नए कुलपति का किया स्वागत
नई कुलपति के रूप में संगीत विश्वविद्यालय में अपना पदभार ग्रहण करने पहुंची ममता चंद्राकर के खैरागढ़ पहुंचने पर अंबेडकर चौक में कांग्रेसियों में स्वागत करने होड़ मच गई। चौक में ब्लॉक अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रज्जाक खान, जनपद उपाध्यक्ष मुरली वर्मा, नगर पंचायत सभापति मनराखन देवांगन, सुबोध पांडे एल्डरमैन पूरन सारथी, केशव सिंह, सुरेंद्र शर्मा , पलाश सिंह ब्लॉक से ही समीर कुरैशी सहित कांग्रेसियों ने स्वागत किया।
स्वयं छात्रा होने की बात कहते हुए चंद्राकर ने कहा कि यहां से ही नाम मिला लोकप्रियता मिली जिसके बाद अब अपनी क्षमता और अनुभव का यहां भरपूर दोहन कर वह इस विश्वविद्यालय का कर्ज उतारने पूरी मेहनत करेंगी।