राजनांदगांव: छत्तीसगढ का पहला एस्ट्रोटर्फ अन्तर्राष्ट्रीय हाकी स्टेडियम रख रखाव के अभाव मे बदहाली का आसू बहा रहा है…

राजनांदगांव- शहर के गौरव पथ के पास बना है प्रदेश का पहला इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम। इस स्टेडियम के बनने के बाद हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले राजनांदगांव के खिलाड़ियों और खेल प्रेमी लोगों में काफी उत्साह था और स्टेडियम के बनने के बाद इससे काफी उम्मीदें थी कि आने वाले समय में राजनांदगांव से और भी अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे और नेशनल-इंटरनेशनल स्तर तक पहुंचेंगे लेकिन करोड़ की लागत से बने हॉकी स्टेडियम और करोड़ों की हालत से बने एस्ट्रो टर्फ की हालत बेहद खराब हो गई है इस वजह से खिलाड़ियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है

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उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने स्टेडियम का भूमिपूजन और लोकार्पण किया गया था. इसके बाद इस स्टेडियम के लोकार्पण के बाद जहां भारत औरऑस्ट्रेलिया की टीम के बीच एक सद्भावना मैच हुआ था जिसका रोमांच देखने बडी संख्या मे खेल प्रेमी जनता जुटे थे लेकिन करोड़ रुपये की लागत से बने इस मैदान में बिछे एस्ट्रो टर्फ मैट मे धुल और मिट्टी की परत जमी हुई है प्रशासन की उदासिनता और रख रखाव के अभाव मे मैदान खराब होने लगा है टर्फ में लगातार धूल और मिट्टी बैठने लगी है. वहीं मैदान के अलग-अलग हिस्सों से टर्फ उखाड़े ने भी लगा है.

करोड़ों की लागत से बने टर्फ जिला प्रशासन और खेल विभाग की उदासीनता के चलते बदहाली की ओर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है रख रखाव के अभाव मे यहाँ उगे घास और कटीली झाडिया जंगल मे तब्दील होने लगी है । दर्शक दीर्धा की कुर्सीया टूटने लगी है और कुछ तो गायब हो गई है ऐसे मे खिलाडीयो मे हताशा बनी हुई खिलाडीयो का कहना है कि अब यह मैदान खेलने लायक नही रहा है

बहरहाल अगर समय रहते प्रशासन इस ओर ध्यान नही दिया गया तो हाकी की नर्सरी कही जाने वाली राजनांदगांव मे हाकी का खेल विलुप्त होने से कोई रोका नही जा सकता