
*- जनसामान्य के साथ अधिकारियों का व्यवहार होना चाहिए सम्मानजनक एवं गरिमापूर्ण*

*- कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर राजस्व संबंधी कार्यों की गहन समीक्षा की*
*- सभी राजस्व अधिकारी मुख्यालय में रहना करें सुनिश्चित*
*- कानून व्यवस्था एवं विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए आपसी सहयोग एवं समन्वय के साथ करें कार्य*
*- जनसामान्य की समस्याओं का संवेदनशीलतापूर्वक करें निराकरण*
*- राजस्व से जुड़े प्रकरणों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के दिए निर्देश*
*- आम जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने की दिशा में परिणाममूलक एवं सार्थक कार्य करने की आवश्यकता*
राजनांदगांव 24 अप्रैल 2025। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर राजस्व संबंधी कार्यों की गहन समीक्षा की। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी मुख्यालय में रहना सुनिश्चित करें और अपने अनुविभाग में कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही राजस्व से जुड़े कार्यों के साथ ही अन्य सभी विभागों से समन्वय करते हुए अपने दायित्वों का गंभीरतापूर्वक निर्वहन करें। पेयजल, राशन दुकान, छात्रावास, जल जीवन मिशन सहित विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए आपसी सहयोग एवं समन्वय के साथ टीमवर्क में कार्य करें।
उन्होंने कहा कि राजस्व से जुड़े प्रकरणों के लिए जनसामान्य को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। वे उम्मीद लेकर आपके पास आते हैं, इसमें किसी तरह का विलंब एवं लापरवाही नहीं होना चाहिए। उनके कार्यों का संवेदनशीलतापूर्वक निराकरण करें। राजस्व से जुड़े प्रकरणों का प्रभावी क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें। जनमानस के साथ आपका व्यवहार सम्मानजनक एवं गरिमापूर्ण होना चाहिए। इसके साथ ही आम जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने की दिशा में परिणाममूलक एवं सार्थक कार्य करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि राजस्व के विभिन्न प्रकरणों नामांकन, सीमांकन, बटवारा, नामान्तरण, किसान-किताब, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र जैसे कार्य निरंतर समय पर होते रहे। आवेदन के निरस्त होने की स्थिति में इसकी समीक्षा भी करें, किन कारणों से आवेदन निरस्त किया गया है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सत्र में अभियान चलाकर स्कूली बच्चों को आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र देना सुनिश्चित करें। अधिक से अधिक बच्चों को आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र प्राप्त हो, इसके लिए सतत मानिटरिंग भी करते रहे। उन्होंने सभी समितियों से जीरो शार्टेज से धान का निराकरण कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में परिसंपत्ति स्कूल, राशन दुकान, छात्रावास, जल जीवन मिशन, जलापूर्ति के कार्यों का सतत निरीक्षण करते रहे।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि सुशासन तिहार अंतर्गत जितने भी आवेदन प्राप्त हुए हंै, उनका निराकरण करें तथा ऐसे आवेदन जो निरस्त हो गए हैं, उनकी समीक्षा करें। कलेक्टर ने कहा कि सुशासन तिहार के दौरान सभी अधिकारी मुख्यालय में रहेंगे। उन्होंने भूमिहीन पट्टे, पंडित दीनदयाल योजनांतर्गत नया पंजीयन, सामाजिक प्रस्थिति प्रमाण पत्र, राजस्व पखवाड़ा शिविर के संबंध में चर्चा की।
उन्होंने उच्च न्यायालय के प्रकरणों का समय पर निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने भू-अर्जन से संबंधित प्रकरणों की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि बारिश शुरू होने से पहले नक्शा बटांकन, गिरदावरी, जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य में गति लाएं। उन्होंने खुले में बोर के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और इस कब्जे की भूमि को शासन के नाम से करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने डिजिटल हस्ताक्षर, भुईयां साफ्टवेयर, ई-कोर्ट, आरबीसी 6-4, अतिक्रमण, वृक्ष कटाई, अविवादित नामांतरण, विवादित खाता विभाजन, स्वामित्व योजना की प्रगति सहित राजस्व के विभिन्न प्रकरणों की समीक्षा की। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, एसडीएम राजनांदगांव श्री खेमलाल वर्मा, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सरस्वती बंजारे, संयुक्त कलेक्टर सुश्री हितेश्वरी बाघे सहित अन्य राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।