कोरोना काल के बीच हवाई मार्ग से राजनंदगांव जिले में टिड्डी दल की आफत ने दस्तक दे दी है। मंगलवार की देर शाम मध्य प्रदेश से टिड्डी दल ने छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया है। और राजनांदगांव जिले के साल्हेवारा मे अपनी दस्पतक दी है हालाकि पहले से ही अलर्ट प्रशासनिक टीम ने दवाइयों का छिड़काव शुरू कर दिया है।

बीते मंगलवार की शाम लगभग 4-5 बजे के बीच बालाघाट जिले के साल्हेटेकरी से छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के साल्हेवारा क्षेत्र में लाखों की संख्या में टिड्डी दल ने प्रवेश किया है। हालांकि इस टिड्डी दल को लेकर प्रशासन ने पहले से ही अलर्ट घोषित किया हुआ था। वहीं इसकी रोकथाम के लिए अलग-अलग टीम भी बनायी गई थी। जिले के सभी पंचायतों को टिड्डी दल के आने की सूचना देने भी कहां गया था। साल्हेवारा क्षेत्र से प्रशासन को इस दल की आने की सूचना मिलने पर मंगलवार कि शाम टिड्डी दल के रोकथाम के लिए कृषि विभाग, राजस्व और वन अमला, फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मिलकर दवाई का छिड़काव करने में जुट गया।
वही फटाके फोडकर और ध्वनि से टिड्डी दल को भगाने का प्रयास किया गया है जिले के कलेक्टर टीके वर्मा ने कहा कि प्रशासनिक अमला पहले से ही अलर्ट था और इस टिड्डी दल की रोकथाम के लिए जुटा हुआ है। वहीं कलेक्टर ने किसानों को टिड्डी दल को खदेड़ने के लिए पटाखे फोड़ने, टिन के डिब्बे, ढोल बजाने सहित अन्य तेज आवाज वाले वस्तुओं को बजा कर इस टिड्डी दल को दूर करने की बात कही है। वहीं कलेक्टर ने किसानों को टिड्डी दल के रोकथाम के लिए दवाइयां उपलब्ध कराने की बात भी कही।
टिड्डी दल के आने से पहले ही कोरोना काल में संकट की मार झेल रहे किसानों की चिंता बढ़ गई है। लाखों की संख्या में आए टिड्डी दल, क्षेत्र में फसलों को चैपट भी कर सकते हैं। वहीं प्रशासन के द्वारा चलाए जा रहे टिड्डी दल के रोकथाम अभियान में वनांचल क्षेत्र में बड़ी-बड़ी झाड़ियों और पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से कार्रवाई में दिक्कत भी आ रही है। वहीं यह टिड्डी दल राजनांदगांव जिले के नचनिया होते हुए कवर्धा जिले के खारा में प्रवेश कर गया है।
सहयोगी रिपोर्टर दिलीप शुक्ला साल्हेवारा राजनांदगाँव