राजनांदगांव – कोरोना के प्रति जागरूकता, वैक्सीन के प्रति फैली भ्रांतियों और टीबी की रोकथाम के लिए राजनांदगांव जिले में आज जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई। इस जागरूकता रथ को महापौर और सीएमएचओ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कोविड एवं टीबी संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए 100 दिन 100 जिले में अभियान आश्वासन की शुरुआत की गई है। जिसके तहत आज राजनांदगांव जिले में भी महापौर हेमा देशमुख और जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ मिथिलेश चौधरी ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि आने वाले वर्ष 2025 तक पूरे देश को टीबी मुक्त करने का अभियान चलाया गया है, वहीं कोरोना की भ्रांतियों को भी इस अभियान के जरिए दूर किया जाएगा। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ मिथिलेश चौधरी ने कहा कि टीबी मुक्त करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। राजनांदगांव को 2 वर्ष में टीबी से मुक्त करना है।
पिरामल स्वास्थ्य संस्था द्वारा राजनांदगांव जिले के 5 आदिवासी बाहुल्य विकासखंड में प्रचार-प्रसार वाहन के माध्यम से कोविड के संबंध में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि लोगों में कोविड-19 के प्रति गलत धारणाओं, भ्रांतियों, एवं झिझक को दूर किया जा सके, और आम जनता को कोविड के अनुकूल व्यवहार को अपनाने,प्रोत्साहित करेगा ।इसके अलावा ग्रामीण स्तर पर टीबी संभावित मरीजों की खोज अभियान भी चलाई जा रही है, जिसके माध्यम से लक्षणों के आधार पर संभावित मरीज की जांच की जाएगी ताकि टीबी जैसे संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। इस पूरे अभियान की शुरुआत आज जिले के मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से जगारूकता रथ को रवाना कर की गई है।