राजनांदगांव : प्रथम चरण में 27 फरवरी को जिले में 2 लाख 13 हजार 354 बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो की दवा…

DEMO PHOTO

28 फरवरी एवं 1 मार्च 2022 को छूटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पिलाई जायेगी पोलियो की दवा
– जिले के 866 पोलियो बूथों में 3 हजार 634 कार्यकर्ताओं की लगाई गई डयूटी
– सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक पोलियो बूथ पर पिलाई जायेगी पोलियो की दवा

राजनांदगांव 24 फरवरी 2022। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय पल्स पोलियो के प्रथम चरण का आयोजन किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि प्रथम चरण में 27 एवं 28 फरवरी तथा 1 मार्च 2022 को जिले में 1 हजार 545 ग्रामों के 1 लाख 91 हजार 176 बच्चों को एवं राजनांदगांव शहरी क्षेत्र में कुल 22 हजार 178 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जायेगी।

Advertisements

27 फरवरी 2022 को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित पोलियो बूथ पर 0-5 वर्ष के बच्चों को पोलियों की दवा पिलाई जायेगी। जिले के 866 पोलियो बूथों में दवा पिलाने के लिए 3 हजार 634 कार्यकर्ताओं की डयूटी लगायी गयी है। जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, कोटवार, प्रशिक्षु महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, पैरामेडिकल छात्र शामिल है। 27 फरवरी 2022 को 2 लाख 13 हजार 354 बच्चों को शत-प्रतिशत पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर तैयारी की समीक्षा के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।


जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल तुलावी ने बताया कि विकासखंड के ग्रामों के अलावा शहरी क्षेत्रों में बस स्टैंड, रेल्वे स्टेशन में पोलियों बूथ बनाने के साथ ट्रांजिट टीमों द्वारा खरादों, ईट भट्टा, छात्रावास, मदरसा एवं छूटे क्षेत्रों में पोलियो की दवा पिलाने के लिए ट्रांजिट टीमों एवं मोबाइल टीमों का गठन किया गया है। शहरी क्षेत्र राजनांदगांव के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को पोलियो बूथ बनाया गया है। जिसमें शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने में बच्चों के माता-पिता का सहयोग आवश्यक है।

प्रथम दिवस बूथ में पोलियो की दवा पिलाने के बाद 28 फरवरी एवं 1 मार्च 2022 को सभी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जायेगी। पल्स पोलियो अभियान के प्रथम चरण को सफल बनाने नागरिकों से अपील की गई है। 0 से 5 साल का बच्चा पोलियो की दवा से छुटे नहीं यह प्रत्येक नागरिक की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। 0-5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो बूथ में आकर दवा पिलाने में सहयोग करें। जिससे हमारा प्रदेश पोलियों मुक्त रहे।