राजनांदगांव- 24 नवम्बर 2020। वर्तमान समय मे जब कोरोना महामारी के कारण स्कूल 13 मार्च से अनिश्चित काल के लिए बंद है, तब ऐसे समय में बच्चों को सुरक्षित पढ़ाई से जोडऩे के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग ने पढ़ई तुंहर दुआर योजना प्रारंभ की है। श्री शेख अफजल ने बताया कि इस योजना के माध्यम से बच्चे सुरक्षित अपने घरों में रहते हुए ऑनलाइन क्लास के माध्यम से नियमित पढ़ाई से जुड़े हुए है।
पढ़ई तुंहर दुआर योजना ने राजनांदगांव जिले में शिक्षकों बच्चों और अधिकारियों के संयुक्त प्रयासो से सफलता प्राप्त करते हुए छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक अलग पहचान बनाई है। छुरिया विकासखंड अंतर्गत स्थित संकुल जोशीलमती के हायर सेकंडरी स्कूल बेलरगोंदी में व्याख्याता (जीवविज्ञान) के पद पर कार्यरत श्री बलराम कुमार श्रीवास ने अपने 848 ऑनलाइन क्लास में रिकॉर्ड 51091 बच्चों को जोड़ कर पूरे जिले को गौरवान्वित किया है। इस बारे में शिक्षक श्री बलराम कुमार श्रीवास ने बताया कि वे इस योजना के शुरुआती दिनों से ही ऑनलाइन क्लास ले रहे है और आज उनकी क्लास में संपूर्ण छत्तीसगढ़ के अलग-अलग 18 जिलों से विद्यार्थीगण उनकी ऑनलाइन क्लास में जुड़ते है।
शिक्षक श्री बलराम श्रीवास ने बताया कि प्रतिदिन उनकी क्लास में करीब 800 से 1000 बच्चे ऑनलाइन क्लास में जुड़ते है। श्री बलराम कुमार श्रीवास पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा बच्चों को ऑनलाइन क्लास में जोडऩे में अग्रणी 3 शिक्षकों में शामिल है। राजनांदगांव जिले के छुरिया विकासखंड के इस होनहार शिक्षक श्री बलराम कुमार श्रीवास द्वारा रिकॉर्ड 51 हजार से अधिक बच्चों को अपनी ऑनलाइन क्लास में जोड़ कर जिले का मान बढ़ाने पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री हेतराम सोम, डीएमसी श्री भूपेश साहू, एपीसी श्री सतीश ब्यौहरे, जिला मीडिया सहयोगी श्री परस राम झाड़े एवं श्री दुर्गेश त्रिवेदी, छुरिया बीईओ श्री लालजी द्विवेदी, एबीईओ भावना यदु एवं श्री अनिल ठाकुर, बीआरसीसी श्री संतोष पांडेय, नोडल अधिकारी श्री केआर साहू, श्री सुशील नारायण शर्मा, श्री शेख अफजल, बेलरगोंदी प्राचार्य श्री सुंदरलाल चतुर्वेदी, श्रीमती टी साहू, शिक्षक टी पटेल एवं श्री एन खूंटे सहित हायर सेकेंडरी स्कूल के समस्त स्टाफ, संकुल जोशीलमती के सभी शिक्षकों ने बधाई देते हुए आशा व्यक्त की है कि बलराम कुमार श्रीवास ऐसे ही अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहेंगे और ऑनलाइन क्लास के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों को जोड़ कर इस कोरोना काल मे भी जिले के नाम कई और उपलब्धियॉ अर्जित करने में सफल रहेंगेे।
शिक्षक श्री बलराम कुमार श्रीवास ने अपनी इस उपलब्धि के बारे में बड़ी विनम्रता से बताया कि उनकी इस कामयाबी में उनके आदर्श श्री शिवकुमार वर्मा, परिवार के सदस्यों, मित्रजनों और पूरे राज्य से जुडऩे वाले बच्चों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।