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रायपुर – छत्तीसगढ़ के राजकीय और निजी विश्वविद्यालों में कोई भी परीक्षा विद्यार्थी को केंद्रों में बुलाकर नहीं ली जाएगी। सभी परीक्षाएं ऑनलाइन अथवा घर में प्रश्नपत्र भेज कर ली जाएंगी। कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग आज ही इसके आदेश जारी कर रहा है। इससे पहले आज सुबह ही ऑफलाइन परीक्षा का आदेश आया था, जिसे बदल दिया गया है।

उच्च शिक्षा विभाग के सचिव धनंजय देवांगन ने बताया, कोरोना संक्रमण को देखते हुए विश्वविद्यालयों में किसी भी तरह की ऑफलाइन परीक्षा पर रोक लगा दी गई है। अभी ऐसा करना ठीक नहीं लग रहा है। विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन अथवा ब्लेंडेड परीक्षा लेने की अनुमति दी जा रही है। जल्दी ही इसके आदेश जारी हो जाएंगे। ब्लेंडेड परीक्षा में प्रश्नपत्र को विद्यार्थी के घर भेजकर एक निश्चित समय में उत्तर पुस्तिका मंगाई जाती है।
उच्च शिक्षा सचिव ने बताया, स्नातक और स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष की परीक्षा महत्वपूर्ण होती है। इसलिए यह परीक्षा ऑनलाइन ली जाएगी। अब विश्वविद्यालयाें को तय करना है कि वे परीक्षा का कौन सा तरीका अपनाते हैं। विश्वविद्यालय अपने संसाधनों के मुताबिक व्यवस्था करेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन और विद्यार्थी, लंबे समय से परीक्षाओं को लेकर असमंजस में हैं।
सुबह ऑफलाइन परीक्षा का आदेश हो गया था
उच्च शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया, विभाग के उप सचिव जीएल सांकला के हस्ताक्षर से बुधवार को ऑफलाइन परीक्षा का आदेश जारी हो गया था। यह आदेश केवल अंतिम अथवा अंतिम सत्र की परीक्षाओं के लिए था। शेष कक्षाओं की परीक्षा ऑनलाइन अथवा ब्लेंडेड कराने का निर्देश दिया गया था। बाद में इस आदेश को संशोधित कर नया आदेश जारी हो रहा है।
करीब 8 लाख होंगे परीक्षार्थी
प्रदेश में उच्च शिक्षा के लिये राज्य सरकार के पास 8 राज्य विश्वविद्यालय और 13 निजी विश्वविद्यालय हैं। इन विश्वविद्यालयों से 521 महाविद्यालय संबद्ध है। इनमें से 265 सरकारी महाविद्यालय हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश भर के विश्वविद्यालयों की अध्ययनशालाओं और महाविद्यालयों में करीब 8 लाख विद्यार्थी हैं, जिनकी परीक्षा ली जानी है।
Source – Dainik bhaskar. Com