रायपुर : होम डिलीवरी से चना अरहर दाल के बढ़े दाम , तेल और आटे के पड़े लाले….

रायपुर – लॉकडाउन में जिला प्रशासन ने किराना सामानों के लिए भले ही फोन पर ऑर्डर देकर होम डिलीवरी की अनुमति दे दी है । लेकिन शहर में राशन का संकट गहराने के बाद अब छोटे दुकानदारों ने भी हाथ खड़े करने शुरू कर दिए हैं।
थोक में राशन सामग्री की किल्लत होने के बाद दुकानदारों ने बची राशन सामग्री का कारोबार किया लेकिन अब सूची राशन की कमी होने पर तालाबंदी शुरू कर दी है फोन पर आर्डर लेकर होम डिलीवरी का सिस्टम बेअसर साबित हुआ है और रोजमर्रा कमाकर जीने वाले के लिए राशन का विकराल संकट और गहरा गया है ।

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किराना कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि सुखी सामग्री में चावल , आटा , तेल और चना दाल का स्टॉक ही नहीं बच सका है। और उनके कारोबार की संभावना अब खत्म हो गई है । जिला प्रशासन की होम डिलीवरी की व्यवस्था के बीच लोग फोन तो लगा रहे हैं लेकिन स्टाक की कमी होने की वजह से छोटे कारोबारियों को भी फोन सेवाएं बंद करनी पड़ रही है

गुरुवार तक की स्थिति में आलम कुछ इस तरह से रहा है कि देसी चना और राहर दाल तक के लिए खरोरा मंदिरहसौद , सारागांव और धमनी क्षेत्र में बिचौलियों से संपर्क करना पड़ा है। वहा ट्रांसपोर्ट इंचार्ज और फिर लोग दोनों के साथ नियमों के बाद बिचौलियों ने मनमानी कीमत है कि ऐसे में सामग्री खरीद कर उसे आम ग्राहकों को उचित मूल्य में बेचना मुश्किल है। ज्यादातर कारोबारियों ने इसलिए दुकान बंद करने का फैसला लिया है।

बचे स्टाक में सीधे 30 रुपए
साबूदाना का स्टॉक खत्म हो चुका है राशन में नाश्ते की सामग्री नहीं मिलने के साथ अब फुटकर दुकानदारों ने बचे हुए पोहे में भी 15 रूपए की बढ़ोतरी कर दी है । एक गरीब के अनुसार 35 रुपए किलो बिकने वाले पोहे के लिए गुरुवार को कीमतें 45 रूपय तक रही ।