राजनांदगांव:– स्व सहायता समूह की महिलाएं सेनेटरी पैड बनाएंगी और सस्ते दाम पर बचेंगी। इससे महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। ‘मेरा पैड मेरा अधिकार’ प्रोजेक्ट के अंतर्गत डोंगरगढ़ के ग्राम पिटेपानी में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
राजनांदगांव। स्व सहायता समूह की महिलाएं सेनेटरी पैड बनाएंगी और सस्ते दाम पर बचेंगी। इससे महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। ‘मेरा पैड मेरा अधिकार’ प्रोजेक्ट के अंतर्गत डोंगरगढ़ के ग्राम पिटेपानी में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। मुख्यअतिथि कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा थे। अध्यक्षता नाबार्ड रायपुर के उपमहाप्रबंधक पीके मिश्रा ने की। मिश्रा ने कहा कि नाबार्ड एक ऐसी संस्था है जो ग्रामीण क्षेत्र में विकास के लिए राज्य सरकार को ऋण उपलब्ध करती है। ग्रामीण बैंक, जिला सहकारी बैंक, व्यवसायिक बैंक को अल्प, मध्य, दीर्घकालीन पुनर्वित्त सहायता देती है।
इसके साथ ही स्वयं सहायता समूह को छोटे-छोटे प्रोजेक्ट के माध्यम से उन्हें भी विविध बैंकों से ऋण सहायता उपलब्ध कराती है। यह बैंक रिजर्व बैंक के जैसा राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करती है। मेरा पैड मेरा अधिकार इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत गोदावरी स्व सहायता समूह, ग्राम पिटेपानी को एक पैड बनाने की मशीन अनुदान सहायता में दी गई है। इस मशीन के साथ दो माह का कच्चा माल तीन माह के लिए भवन का किराया और तीन माह केलिए तीन महिलाओं की मजदूरी दी जाएगी।
स्वच्छता के प्रति होंगे जागरुक
पीके मिश्रा ने कहा कि मशीन लगाने के बाद सेनेटरी पैड का उत्पादन महिलाओं द्वारा किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से महिलाओं में माहवारी के अंतर्गत स्वच्छता के बारे में जागरूकता पैदा होगी। गोदावरी स्व सहायता समूह को आजीविका के अंतर्गत रोजगार प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत मार्केटिंग करने के लिए एनजीओ सर्व नारी जन कल्याण समिति, बागरेकसा द्वारा प्रयास किया जाएगा।
मेडिकल कैंप के अंतर्गत उपस्थित महिलाओं से यह अनुरोध किया गया कि स्व सहायता समूह के द्वारा निर्मित सेनेटरी पैड को खरीदी करने के लिए प्राथमिकता दें। स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित सेनेटरी पैड को गांव की महिलाएं खरीदेंगी तो इसका जो मुनाफा महिला स्व सहायता समूह को मिलेगा। इस तरह समूह की महिलाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने मे सहायता होगी।
घातक बीमारियों से मिलेगी मुक्ति
कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने कहा की नाबार्ड के द्वारा गोदावरी स्व सहायता समूह को यह प्रोजेक्ट दिया गया है। प्रोजेक्ट से महिलाओं को माहवारी के दौरान स्वच्छ एवं सुंदर सेनेटरी पैड उपयोग करने का मौका मिलेगा। साथ ही अस्वच्छता के कारण कैंसर जैसी घातक बीमारियां से मुक्ति मिलेगी। समूह द्वारा निर्मित पैड की कीमत लगभग पांच रुपये के आसपास होगी, जिसे खरीदने के लिए गांव की महिलाओं द्वारा प्राथमिकता दिए जाने की आवश्यकता है।