रायपुर, 05 अप्रैल 2021- सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है। सफलता का मंत्र केवल ईमानदारी से कड़ी मेहनत करना है। जो छात्र-छात्राएं मेडल प्राप्त नहीं कर पाये हैं वे निराश न हों आप भी उतने ही काबिल हैं जितने अन्य हैं। आशावादी रहें और भविष्य में कठोर परिश्रम करें आपको भी मेडल और सफलता अवश्य ही मिलेगी।
यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग द्वारा आयोजित ऑनलाईन स्वर्णपदक वितरण एवं सम्मान समारोह में कही। राज्यपाल ने हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की वर्ष 2017-18 तथा वर्ष 2018-19 की परीक्षाओं में प्रावीण्य सूची में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त करने वाले समस्त छात्र-छात्राओं को ऑनलाईन स्वर्णपदक वितरित किया और उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलगीत का भी विमोचन किया।
राज्यपाल ने कहा कि मैं इन मेधावी छात्र-छात्राओं के समस्त पालकों को भी बधाई देती हूं कि उनके मार्गदर्शन में तथा सहयोग के कारण इन विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय की मेरिट सूची में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इन मेधावी छात्र-छात्राओं के मनोबल को बढ़ाने तथा प्रोत्साहित करने के लिए प्रदान किये जाने वाले स्वर्णपदक निर्माण हेतु जिन सम्माननीय दानदाताओं ने राशि प्रदान कर सहयोग किया है, वे सभी साधुवाद के पात्र है। मेरी बहुत इच्छा थी कि मैं इन सभी मेधावी छात्र-छात्राओं, उनके पालकों तथा दानदाताओं से प्रत्यक्ष रूप से मुलाकात कर सकूं परन्तु कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन के कारण वर्तमान में यह संभव नही हो पाया। मेरी शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद आप सभी के साथ है।
राज्यपाल ने कहा कि आज सम्मानित होने वाले सभी मेधावी छात्र-छात्राओं को मैं यह बताना चाहती हूॅ कि स्वर्णपदक प्राप्त करना अपने आप में सम्पूर्ण जीवनकाल की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि रहती है। यह स्वर्णपदक आपकी कड़ी मेहनत तथा लगन का परिणाम है। इस उपलब्धि के बाद आपकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है क्योंकि हमारा समाज आपसे आशा भरी नजरों से अनेक उपलब्धियों की आशा करता है। आपका यह दायित्व है कि आप समाज की इस कसौटी पर खरे उतरें। उन्होंने कहा कि खुशी की बात है कि लगभग 85 प्रतिशत से ज्यादा छात्राओं ने मेरिट सूची में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त किया है। मैं आप सभी को शुभकामनाएं देती हूं और उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूं।
सुश्री उइके ने कहा कि मैं हमारे छात्रों से भी यह बात कहना चाहती हूं कि आप सभी छात्राओं की तरह अध्ययन में रूचि लेकर अधिक से अधिक संख्या में मेरिट में स्थान प्राप्त करने का प्रयास करें। समाज में छात्र एवं छात्राएं दोनों का बराबर का स्थान होता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में जीवन को चार भागों में बांटा गया है जिसमें युवावस्था में कठोर परिश्रम से शिक्षा प्राप्त करने की बात कही गई है। हमारे देश के विद्धानों ने इसी अवस्था में ज्ञान प्राप्त कर जीवन को सफल बनाया है। आप मेहनत करते हुए अच्छी शिक्षा प्राप्त करेंगे तो आपके साथ ही साथ आपके पालकांे, शिक्षकों, विश्वविद्यालय, देश एवं प्रदेश का नाम रोशन होगा जो कि इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जायेगा।
राज्यपाल ने आग्रह करते हुए कहा कि आप सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करते हुए मास्क लगाएं, सेनेटाइजर का प्रयोग तथा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले एक सप्ताह पश्चात नवरात्रि का पर्व आरंभ होने जा रहा है। इस अवसर पर मेरी कामना है कि आप सभी स्वस्थ रहें और हमारा देश और प्रदेश कोरोना संक्रमण से जल्द मुक्त हो।
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री धनंजय देवांगन तथा कुलपति श्रीमती अरूणा पल्टा ने भी अपना संबोधन दिया।