रैन बसेरा बना श्रमिकों का आश्रय स्थल

महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश एवं अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों के आवास एवं भोजन के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई कारगर व्यवस्था

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राजनांदगांव 03 मई 2020। राजनांदगांव की सीमा महाराष्ट्र बार्डर से लगी हुई है और निरंतर महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, ओडि़शा एवं अन्य राज्यों की आवाजाही होने के कारण कोविड-19 से बचाव के लिए जिला प्रशासन के द्वारा कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य बागनदी बार्डर सीमा का निरीक्षण कर रहे हैं और श्रमिकों के स्वास्थ्य संबंधित परीक्षण के लिए मेडिकल टीम को उन्होंने निर्देश दिया है। कलेक्टर श्री मौर्य ने रैन बसेरा एवं अन्य स्थानों में लगातार निरीक्षण कर अधिकारियों-कर्मचारियों को कोविड-19 से संबंधित सावधानी को अपनाने के लिए निर्देश दे रहें है। अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों को रैन बसेरा में रूकने, आवास एवं नाश्ते व भोजन की व्यवस्था की गई है। अतिसंक्रमित क्षेत्र प्रवेश निषेध का बोर्ड भी नागरिकों के लिए लगाया गया है। जहां सुरक्षा के मद्देनजर बाहर से आने वाले श्रमिकों को छोड़कर अन्य नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।  कलेक्टर ने कहा कि कोई भी श्रमिक अन्य राज्यों से आने पर पंचायत, नगरीय निकाय एवं स्वास्थ्य विभाग में तत्काल दें। सूचना नहीं देने पर अन्यथा किसी अन्य माध्यम से सूचना पता चलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। अब तक रैन बसेरा में 669  श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि बाहर से आने पर नागरिक स्वफूर्त ढंग से अपने आने की सूचना दें अन्यथा उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों को तुरंत आने पर नाश्ता प्रदान किया जा रहा है। उन्हें एक के बाद एक दूरी रखते हुए भेजा जा रहा है। इसके लिए पंजी संधारित की गई है और नगर निगम अधिकारियों को 24 X 7 घंटे ड्यूटी लगाई गई है।
ज्यादातर महाराष्ट्र एवं आंध्रप्रदेश से आने वाले श्रमिक कबीरधाम, सहसपुरलौहारा, जांजगीरचापा, बालोद, बिलासपुर एवं राजनांदगांव जिले सहित अन्य जिलों के है। नागपुर से आई मीना ने बताया कि हम कमाने-खाने लिए महाराष्ट्र गए थे और मूलत: कबीरधाम के है लॉकडाउन की वजह से हम वहां फंस गए थे और अब यहां वापस अपने प्रदेश आने से खुशी हुई। पुष्पा, मनीषा, सुधा ने भी वापस आने पर खुशी जाहिर की। बिलासपुर के नरेन्द्र कुमार गंगा प्रसाद ने यहां की जा रही सेवाओं के प्रति आभार व्यक्त किया और उन्होंने कहा कि यहां भोजन एवं नाश्ते की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। जांजगीर के सुखसागर रामलाल ने कहा कि विपत्ति की इस घड़ी में हमें यहां सहारा मिला है।
नगर निगम की ओर से इस क्षेत्र को एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थलों को लगातार सेनेटाईज किया जा रहा है। बस स्टैण्ड में सफाई कर्मचारियों को पीपीई किट के माध्यम से भेजा जा रहा है। मजदूरों को निर्देश देने के लिए माईक की व्यवस्था की गई है। फॉगिंग की भी व्यवस्था की गई है। आरके चौक में श्रमिकों के मदद के लिए पुलिस की 24X 7 ड्यूटी लगाई गई है।