राजनांदगांव जिले के डोगरगढ स्थित प्रज्ञागिरी पहाड़ी पर 30 वाँ अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया गया । इस अवसर पर धम्म रैली निकाली गई और विशालकाय भगवान बुध्द की प्रतिमा के समक्ष बुध्द वंदना की गई सम्मेलन में देश विदेश के बौध्द भिक्षु धर्म गुरु उपासक उपासिकाए सहित बडी संख्या बौध्द अनुयायी शामिल हुए।इस अवसर पर धम्मनायक आचार्य नागार्जुन सुरई ससई के अगुवाई मे धम्म रैली निकाली गई ।
रैली नागसेन बौध्द बिहार से निकलकर नगर के विभिन्न चौक चौराहो का भ्रमण करते हुए प्रज्ञागिरी पहाडी पहुची । इस मौके पर रैली का जगह जगह स्वागत किया गया । इस अवसर पर बौध्द अनुयायियो ने भगवान बुध्द के विशालकाय प्रतिमा के समक्ष मोमबंती जलाकर विश्व शांति के लिए बुध्द वंदना की और तथागत भगवान गौतम बुध्द के बताये मार्ग पर चलने का आव्हान किया गया ।
इस अवसर पर समाज प्रमुख और पूर्व विधायक विनोद खाण्डेकर ने बताया कि डोगरगढ के पहाडी मे विशालकाय गौतम बुध्द की प्रतिमा विराजित है। यहां पर प्रतिवर्ष 6 फरवरीको अन्तर्राष्ट्रीय बौध्द सम्मेलन का आयोजन होता रहा है इस वर्ष 30 वां बौध्द सम्मेलन का आयोजन किया गया। उन्होने बताया कि भारत सरकार की ओर एवं छत्तीसगढ सरकार के सहयोग से प्रज्ञागिरी पहाडी के विकास के लिए 06 करोड की राशि प्राप्त हुई है ।
धम्मसेना नायक आचार्य नागार्जुन सुरई ससई का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से उन्हें पालकी में बिठाकर पहाड़ी पर चढ़ाया गया, जहां उन्होंने भंतों के साथ शंख बजाकर जापानी भाषा में बुद्ध वंदना की शुरुआत की। इसके बाद अन्य प्रदेशों से आए भिक्षुओं ने सामूहिक बुद्ध वंदना की इस मौके पर भंदत सुरई ससई ने विश्व शांति के लिए पूजा अर्चना की है और तथागत भगवान बुध्द के संदेशो को आत्मसात करने का आव्हान किया है ।
उल्लेखनीय है प्रति वर्ष यहां होने वाली अन्तर्राष्ट्रीय बौध्द सम्मेलन मे चीन जापान,तिब्बत सहित अन्य देशो के भंदत पहुचते है । वही इनके विकास कार्य के लिए भारत सरकार ने प्रसाद योजना मे शामिल किया है और विभिन्न विकास कार्य कराये जा रहे है ।