दान की राशि का इलाज कोविड-19 हॉस्पिटल में मरीजों के इलाज के लिए किया जाएगा
राजनांदगांव 27 मई 2020। कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य के व्यक्तिगत प्रयासों एवं आव्हान पर कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के दौरान जिले के दानदाताओं ने आगे आकर एक करोड़ 24 लाख रूपए का दान किया। इसके लिए कलेक्टर श्री मौर्य ने सभी दानदाताओं एवं समाजसेवियों को हृदय से धन्यवाद देते हुए कहा है कि दान का रूपया जनता का है और इस राशि का उपयोग कोविड-19 हॉस्पिटल में मरीजों के इलाज के लिए किया जाएगा। विपत्ति की इस घड़ी में हमें नागरिकों एवं दानदाताओं का बहुत अधिक सहयोग मिला।

कलेक्टर श्री मौर्य की अपील पर बड़ी संख्या में जिले के समाजसेवी संस्थाओं एवं नागरिकों ने आगे आकर पीपीई किट, मास्क एवं हॉस्पिटल के लिए अन्य वस्तुएं दान में दिए। उनके मार्गदर्शन में राजनांदगांव जिले के पेण्ड्री स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार है। जहां कोविड-19 के इलाज के लिए सशक्त एवं प्रभावी व्यवस्था की गई है। राजनांदगांव जिले में कोविड-19 का पहला केस और प्रदेश का दूसरा केस मिलने के बाद मरीज के इलाज का निर्णय राजनांदगांव में ही करने का निर्णय लिया गया और शीघ्र ही मरीज स्वस्थ हुआ। कलेक्टर श्री मौर्य की पहल पर रैनबसेरा में श्रमिकों के आवागमन के लिए बस की व्यवस्था की गई। कलेक्टर श्री मौर्य ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल को पेण्ड्री के नये भवन में शिफ्ट करने के उद्देश्य से काफी ध्यान देकर कार्य किया। श्री मौर्य के कार्यकाल के दौरान पेण्ड्री के नये भवन में जरूरी सुविधाएं विकसित करने में भी सफलता मिली है।
कलेक्टर श्री मौर्य ने 7 फरवरी 2019 को कार्यभार ग्रहण किया था। इसके बाद उनके नेतृत्व में जिले ने सफलता के कई नए आयाम प्राप्त किए। उन्होंने अवैध प्लाटिंग पर अंकुश लगाया। उनके मार्गदर्शन में लोकसभा, नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव और धान खरीदी का कार्य भी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। शिक्षा, स्वास्थ्य, कुपोषण एवं मनरेगा योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन की ओर विशेष ध्यान दिया गया।
कलेक्टर श्री मौर्य ने आम नागरिकों, समाजसेवी संस्थाओं, मीडिया प्रतिनिधियों, अधिकारियों-कर्मचारियों, जनप्रतिनिधि सभी का तहेदिल से आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि राजनांदगांव में ही मैने अपना प्रशिक्षण आरंभ किया था। उन्होंने कहा कि अपनी प्रशासनिक सेवाओं के दौरान वे छत्तीसगढ़ में रहेंगे और विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं देंगे और आगे भी राजनांदगांव के नागरिकों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े रहेंगे।