छत्तीसगढ़ समसामयिकी :- प्रमुख खबरों पर नजर डाले एक साथ (राज्य सरकार द्वारा आयोजित सभी प्रतियोगिता परीक्षा के लिए उपयोगी) दिनांक 27 मई 2020 ,बुधवार

1/5 प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में ऋणी व गैर ऋणी किसान हो सकते है शामिल
हर साल प्राकृतिक आपदा के चलते भारत में किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. बाढ़, आंधी, ओले और तेज बारिश से उनकी फसल खराब हो जाती है. उन्हें ऐसे संकट से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) शुरू की है. इसे 13 जनवरी 2016 को शुरू किया गया था.
इसके तहत किसानों को खरीफ की फसल के लिये 2 फीसदी प्रीमियम और रबी की फसल के लिये 1.5% प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ मौसम वर्ष 2020-21 जिले में संचालित है। इसके तहत् खरीफ में मुख्य फसल धान सिंचित, धान असिंचित एवं अन्य फसल मक्का, सोयाबीन शामिल है। योजना के अंतर्गत ऋणी एवं गैर ऋणी किसान (भू-धारक एवं बटाईदार) शामिल हो सकते है। जिस ग्राम में अधिसूचित फसल निहित है वह किसान फसल बीमा करा सकते है। किसानों को फसल बीमा कराने के लिए जिले में फसलवार निर्धारित ऋणमान के आधार पर प्रति हेक्टेयर 2 प्रतिशत प्रीमियम दर से योजना में शामिल हो सकते है। बीमा इकाई में अधिसूचित फसल उगाने वाले सभी ऋणी एवं गैर ऋणी किसान जो इस योजना में शामिल होने के इच्छुक हो वे बुआई पुष्टि प्रमाण पत्र क्षेत्रीय पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सत्यापित कराकर तथा आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खसरा बी-1 एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज (बोनी प्रमाण पत्र) प्रस्तुत कर योजना में शामिल हो सकते है।

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2/5 दो नल-जल योजनाओं के लिए 1.15 करोड़ रूपए स्वीकृत
राज्य सरकार के लोग स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा दो नल-जल योजनाओं के लिए एक करोड़ 15 लाख चार हजार रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह स्वीकृति नाबार्ड पोषित मद से दी गई है। इनमें रायगढ़ जिले के ग्राम रेगड़ा में नल-जल प्रदाय योजना के लिए 59 लाख 13 हजार रूपए और सूरजपुर जिले में प्रेम नगर विकासखंड के ग्राम शिवपुर में सोलर आधरित नल-जल प्रदाय योजना के लिए 55 लाख 91 हजार रूपए शामिल है।


3/5 प्राकृतिक आपदा पीड़ितों को 35.50 लाख की आर्थिक सहायता स्वीकृत
प्राकृतिक आपदा से पीड़ित बलौदाबाजार के आठ और कवर्धा जिले के चार परिवारों को कुल 35 लाख 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत स्वीकृत की गई है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राजस्व पुस्तक के प्रावधानों के तहत प्राकृतिक आपदाएं। इनमे बाढ़ या पानी में डूबने, सांप, बिच्छु काटने सहित अन्य प्राकृतिक कारणों से पीड़ितों को आर्थिक सहायता संबंधित जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी जाती है।


4/5 राजधानी रायपुर का ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब बनेगा शहर के आकर्षण का केन्द्र
राजधानी रायपुर का ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब विवेकानंद सरोवर आने वाले समय में तेलीबांधा तालाब जैसे ही शहर के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। बूढ़ा तालाब की साफ-सफाई के बाद योजनाबद्ध रूप से बूढ़ा तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।

5/5 ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सौर ऊर्जा आधारित पेयजल योजना स्वीकृत
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्रकुमार के मार्गदर्शन में ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके तहत राजनांदगांव जिले के चौकी के तीन गाँव और छुईखदान विकासखंड के अंतर्गत सात ग्रामों में एक करोड़ 62 लाख रूपए से अधिक की राशि सौर ऊर्जा पर आधारित ग्रामीण पेयजल योजना के लिए स्वीकृत की गई है।
राजनांदगांव जिले के चौकी विकासखंड के तीन ग्रामों और छुईखदान विकासखंड के सात ग्रामों में सौर ऊर्जा आधारित ग्रामीण पेयजल योजना के लिए एक करोड़ 62 लाख 79 हजार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। जिसके तहत चौकी विकासखंड के ग्राम डूमरगुचा (तालाबपारा) में 19.95 लाख, ग्राम लेडीजोब में 17.55 लाख और ग्राम हरेखापायली में 17.62 लाख तथा छुईखदान विकासखंड के ग्राम ओडिया में 15.47 लाख, ग्राम खादी में 15.47 लाख, चारभाठा में 15.16 लाख, गाड़ाडीह में 15.16 लाख, ईरिमकसा में 15.47 लाख, ओटेबंध में 15.47 लाख और ग्राम महराटोला में 15.47 लाख रूपए की लागत से सौर ऊर्जा आधारित पेयजल योजना शुरू की जा रही है।

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