छत्तीसगढ़ विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (सीकॉस्ट) तथा स्टूडेंट स्टार्ट अप संस्था स्पैन यूनिवर्सल ने संयुक्त रूप से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अत्यंत कम लागत वाली उच्च गुणवत्ता की सेनेटाईजेशन टनल विकसित की है। सेंसरयुक्त इस टनल की लागत मात्र 14 हजार 500 रूपए है। स्टूडेंट स्टार्ट अप संस्था द्वारा इस टनल का प्रचार-प्रसार किए जाने के साथ ही इसका इंसाटालेशन भी किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद के वैज्ञानिक डॉ. अमित दुबे ने बताया कि यह सेनेटाईजेशन टनल इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर तैयार की गई है कि जनसामान्य को कम लागत में उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद राज्य में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास हेतु नोडल एंजेसी के रूप में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। कोविड-19 के प्रकोप से लड़ने के लिए नवीन विचारों और नवाचारों को बढ़ावा दिय जा रहा है। सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के डिसइंफेक्टेंट और स्वच्छता के क्षेत्र में कई नवाचार विकसित किए गए हैं। डिसइंफेक्टेंट टनल के क्षेत्र में कई मॉडल विकसित हुए हैं। विकसित की गई वेट सेनेटाइजेशन टनल विभिन्न आकार और लागत की होती है जिनकी बेसिक मॉडल की लागत 25 हजार से ढाई लाख रूपए तक होती है। उन्होंने कहा कि अधिक मूल्य वाली टनल को क्रय करने में लोग सक्षम नहीं होते है। इसी कारण सीकॉस्ट और स्पैन यूिनवर्सल ने जनसामान्य तक सहजता से पहुंच बनाने के उद्देश्य से मात्र 14 हजार 500 रूपए की लागत वाली सेनेटाइजेशन टनल तैयार की है।