राजनांदगांव। महामारी फैली हुई है, स्कूलों के पट बंद हैं, जुलाई माह शुरू हो गया, परिसरों में बच्चों की किलकारियां गुम हैं, ऐसे में बच्चों की पढ़ाई के लिए छग सरकार की महत्वाकांक्षी ‘पढ़ई तुंहर दुआर’ योजना बेहद कारगर साबित हो रही हैं। आन लाइन कक्षाएं निर्बाध जारी है। बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हो रहे हैं और अध्ययन, अध्यापन का कार्य निरंतर जारी है।
पढ़ई तुंहर दुआर के नोडल अधिकारी राजेश शर्मा ने बताया कि शिक्षा विकासखंड क्षेत्र डोंगरगांव के हाई, हायर, मिडिल व प्राथमिक शालाओं में पढ़ई तुंहर दुआर योजना की शुरुआती दौर में ही शिक्षक, शिक्षिकाओं ने वाट्स एप ग्रुप बनाकर बच्चों को जोड़ना, अध्ययन करवाना, होमवर्क देना, हल के बाद अपलोड करना, जांचना जैसे कार्य शुरू कर दिया था।
छत्तीसगढ़ की वेबसाइट chschool.in में रजिस्ट्रेशन, लाग इन करना, आन लाइन क्लास में शामिल होना, वेब साइट में डले वीडियो, आडियो देखना, सुनना, समझना सिखाया। शिक्षक, शिक्षिकाएं न सिर्फ अध्ययन, अध्यापन करा रहे बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कैरियर काउंसलिंग व विज्ञान, गणित से संबंधी क्विज कार्यक्रमों का आयोजन भी जारी है।
श्री शर्मा ने बताया कि समय-समय पर वेब माध्यम से शिक्षक, शिक्षिकाओं के लिए लघु प्रशिक्षण सहित शासन की उत्कृष्ट योजना ‘गुरु तुझे सलाम’ तहत विद्यार्थियों, पालकों व गुरुजनों को एक सूत्र में पिरोने का अभिनव कार्य संकुल से राज्य स्तर तक किया गया। बीते दिनों वेब सम्मेलन में श्री शर्मा ने जुड़े गुरुजनों व संकुल समन्वयकों से कहा है कि आन लाइन क्लास में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को जोड़ने के साथ ही अधिकांश क्लास वेबेक्स को सीजी पोर्टल से लिंक कर लेने प्रेरित करें जो ज्यादा कारगर साबित होगी।