बिलासपुर : बने एप्रोच रोड ताकि लगे इंडस्ट्री उद्योग लगाने की चाहत लेकर आए, सपना टूटा, कह रहे-इंडस्ट्री से सबको फायदा होगा…

बिलासपुर : के युवाओं के साथ ही जिले के कस्बाई इलाकों से युवा उद्योग लगाने की चाहत लेकर शहर आए लेकिन एप्रोच रोड नहीं बनने की वजह से औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर डी शुरू नहीं हो सका और उनका सपना टूट गया।

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हालांकि अभी भी उन्होंने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा है और वे उद्योग लगाना चाह रहे हैं। ऐसे ही कुछ लोगों से दैनिक भास्कर ने बात कर जाना कि वे क्या सोचते हैं-

कोल्ड स्टोरेज का सपना लेकर आए
रिंग रोड नंबर दो में लोहे के व्यवसाय से जुड़े सजन अग्रवाल अप्रैल 2016 में बिलासपुर आए। रुपयों का इंतजाम कर चुके थे और इससे कोल्ड स्टोरेज स्थापित करना चाहते थे। पर तिफरा और सिरगिट्‌टी औद्योगिक क्षेत्र के दफ्तरों में उन्हें मायूसी मिली।

उन्हें बताया गया कि सेक्टर डी शुरू होने पर वहां वे प्लॉट के लिए आवेदन करें। एक साल तक खाली रहे फिर छड़, सीमेंट और लोहे का काम शुरू किए। सजन बताते हैं कि वे पढ़े-लिखे युवा हैं। खाद्यान्न का उत्पादन अच्छा होता है लेकिन बहुत सारा खराब हो जाता है। इसलिए वे कोल्ड स्टोरेज लगाना चाहते हैं। पर सेक्टर डी को शुरू नहीं करने की उदासीनता के कारण उनके जैसे कई युवाओं का नुकसान हो रहा है।

5 साल से आलमारी-कूलर की फैक्ट्री लगाना चाह रहे : तेलीपारा में किराए की दुकान लेकर आलमारी और कूलर का व्यवसाय करने वाले सुशील अग्रवाल पांच साल से फैक्ट्री लगाने की कोशिश में लगे हैं लेकिन उन्हें जमीन नहीं मिल पा रही है। सजन ने बताया कि शासकीय जमीन कम कीमत पर मिल जाएगी और लोन और सब्सिडी भी मिल जाएगी। निजी तौर पर जमीन खरीदने पर सारा पैसा खर्च हो जाएगा, फैक्ट्री के लिए पैसा कहां से आएगा?

अकलतरा से बारबेट तार की फैक्ट्री लगाने आए, हुए निराश : राजेश अग्रवाल अकलतरा से तीन साल पहले बिलासपुर आए। वे यह सोचकर आए कि यहां बारबेट तार की फैक्ट्री लगाएंगे ताकि रायपुर के भनपुरी में उनके भाई श्रीराम अग्रवाल की तरह वे भी सफल हो जाएं। वहां उनकी फैक्ट्री है। राजेश बताते हैं कि सेक्टर डी के बारे में पता चला तो लगा कि वहां फैक्ट्री के लिए जमीन मिल जाएगी लेकिन एप्रोच रोड नहीं बनने के कारण यह शुरू ही नहीं हो पा रहा है।

युवाओं का सपना तार-तार- हरीश केडिया
छग लघु एवं सहायक उद्योग संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश केडिया के मुताबिक उन्होंने राष्ट्रीय उद्योग एवं व्यापार मेला में हर बार मुख्यमंत्री व मंत्रियों के सामने सेक्टर डी शुरू करने की मांग रखी। कहा गया कि एप्रोच रोड बनाकर सेक्टर डी शुरू कराएंगे। इधर एप्रोच रोड नहीं बना और सैकड़ों स्थानीय युवा जो उद्योग स्थापित करने की इच्छा रखते हैं, उनकी आकांक्षा पूरी नहीं हुई। उनका सपना तार-तार हो गया।

विस में शैलेश ने पूछा- कितने नए उद्योग लगे
बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने विधानसभा में उद्योग मंत्री से सवाल पूछा कि शासन की नई उद्योग नीति के अनुसार राज्य में कितने नए उद्योग स्थापित करने के लिए आवेदन आए? बिलासपुर जिले में कितने उद्योग स्थापित हुए। इस पर जवाब मिला कि नई औद्योगिक नीति 2019-24 लागू होने के बाद उद्योग स्थापना के 8712 प्रस्ताव आए। बिलासपुर में 14 उद्योग स्थापित हुए। इसमें सनराइज मेटल तिफरा, कृष्णा इंडस्ट्रीज जयरामनगर, राजकुमार सिंह महमंद, हरीकृपा फ्लाई एश ब्रिक्स दर्रीघाट, शिवांगी फुड सिरगिट्‌टी, जय झुलेलाल इंडस्ट्रीज सिरगिट्‌टी, विसडम निर्माण प्राइवेट लिमिटेट परसदा, साहू इंडस्ट्रीज सिरगिट्‌टी, कैलास इंडस्ट्रीज सिरगिट्‌टी, शिवशंकर राइज प्रोडक्ट तखतपुर, ओम राइस मिल तखतपुर, डिलाईट फूड्स बकरकुदा।

“कुछ लोग दाल मिल, कुछ वेयर हाउस कुछ कोल्ड स्टोरेज लगाना चाह रहे हैं लेकिन सेक्टर डी के शुरू नहीं होने से उन्हें निराशा हो रही है। हम सब चाहते हैं कि जल्द से जल्द यह शुरू हो ताकि सभी को इसका फायदा हो। ऊपर से आर्डर आने पर प्लॉट का आवंटन करने की बात अधिकारी कह रहे हैं।”
-पूरन सिदारा, उपाध्यक्ष दाल मिल एसोसिएशन

SOURCE bhaskar.com