मेधावी विद्यार्थियों, उत्कृष्ट शिक्षकों एवं विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले प्रतिभाओं का किया गया सम्मान
मोहला, मानपुर एवं अंबागढ़ चैकी जिले के अंतर्गत महाराष्ट्र सीमा पर स्थित चैकी विकासखण्ड के ग्राम चिल्हाटी में रविवार 10 सितंबर को प्रतिभा सम्मान का आयोजन किया गया। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिल्हाटी के शाला परिसर में आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ आईपीएस आॅफिसर एवं 14वीं वाहिनी धनोरा बालोद के सेनानी श्री डीआर आचला उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम पंचायत चिल्हाटी के अध्यक्ष श्री जीतलाल चंद्रवंशी ने किया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में गोण्डवाना समाज के संभागीय अध्यक्ष श्री नरेंद्र नेताम, शासकीय महाविद्यालय अंबागढ़ चैकी के प्राचार्य डाॅ. केआर मण्डावी, जनसंपर्क अधिकारी जिला बालोद श्री चंद्रेश ठाकुर, सहायक प्राध्यापक शासकीय विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग डाॅ. श्रीराम कुंजाम, श्री शंकर कुंजाम रविशंकर विश्व विद्यालय रायपुर, शासकीय महाविद्यालय चिल्हाटी के प्राचार्य श्री धमेंद्र कुमार सारश्वत, अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ के जिला अध्यक्ष श्री अरविंद गोटे, थाना प्रभारी चिल्हाटी श्री खोमन भण्डारी, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी श्री जितेंद्र नेताम, खेल अधिकारी श्री मोरध्वज सोनवानी सहित कार्यक्रम के संयोजक श्री प्रशांत कोड़ापे एवं श्री नीलकंठ कोमरे सहित अन्य अतिथिगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर अतिथि एवं समाज प्रमुखों के द्वारा मेधावी विद्यार्थियों, उत्कृष्ट शिक्षकों तथा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाले प्रतिभागियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा विद्यार्थियों एवं युवाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं तथा उनके भविष्य निर्माण के विभिन्न प्रविधियों के संबंध में रोचक एवं प्रेरणास्पद जानकारियां भी दी गई।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री डीआर आचला ने कहा कि यदि लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्राप्ति हेतु ईमानदारी से मेहनत किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों को उच्च लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहने के अलावा मानवता, नैतिकता, सदाचार जैसे मानवीय गुणों को भी आत्मसात करने की अपील की।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि श्री केआर मण्डावी ने जीवन में उपलब्धि हासिल करने के लिए कठिन परिश्रम और त्याग को अत्यंत आवश्यक बताया। उन्होंने वर्तमान परिस्थिति एवं जरूरतों के हिसाब से लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्राप्ति करने के लिए अपने आप को समर्पित करने को कहा। जनसंपर्क अधिकारी श्री चंदे्रश ठाकुर ने शिक्षा एवं ज्ञान को मनुष्य की सबसे बड़ी संपत्ति एवं अó बताते हुए विद्यार्थियों एवं युवाओं को निरंतर ज्ञानार्जन के लिए सतत् प्रयत्नशील रहने को कहा।
उन्होंने सर्वाइवल आॅफ द फिटेस्ट के सिद्धांत को सार्वभौम सत्य बताते हुए कहा कि वर्तमान के अत्याधुनिक दौर में हम तभी टीक पाएंगे जब हम सभी तरह से सबल और सक्षम होंगे। इसलिए हमंे मानसिक, बौद्धिक, शारीरिक एवं आर्थिक हर दृष्टि से सक्षम बनाना होगा। उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि ’वीर भोग्या वंसुधरा’ इसलिए हमकों सभी तरह से आत्मनिर्भर बनना होगा।
श्री ठाकुर ने समाज के युवाओें को नशापान, गलत आचरण आदि से दूर रहकर अपने ऊर्जा का उपयोग समाजहित एवं रचनात्मक कार्यों में करने को कहा। उन्होंने जीवन में उपलब्धि हासिल करने के लिए मेहनत एवं बुद्धि के साथ-साथ नैतिक एवं मानवीय गुण उज्ज्वल चरित्र एवं मधुर व्यवहार को भी आवश्यक बताया। इस अवसर पर विद्यार्थियों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई।