राजनांदगांव शहर के एक नर्सिंग होम में प्रसव का दुर्लभ मामला सामने आया, जहां पर तीन बच्चियों का जन्म हुआ जिसमें 2 बच्ची पेट से आपस में जुड़ी हुई हैं ।
राजनांदगांव शहर के पारख नर्सिंगहोम में अंबागढ़ चौकी की एक महिला श्रीमती यामिनी साहू डिलीवरी के लिए पहुंची थी। जहां पहले उसका सोनोग्राफी कराया गया। सोनोग्राफी में ही पता चला कि महिला के पेट में 3 शिशु है। इसके बाद महिला का ऑपरेशन कर बच्चों की डिलीवरी कराई गई। जिसमें एक बच्ची सामान्य और दो बच्ची आपस में पेट से जुड़ी हुई का जन्म हुआ। इन दोनों बच्चियों के दो सिर, चार हाथ और चार पैर हैं। इस दुर्लभ मामले को लेकर डॉ आदित्य पारख और डा. अंजीता पारख का कहना है कि लगभग 50,000 डिलीवरी के मामले में कोई एक मामला इस तरह का सामने आता है।
तीन बच्चियों की एक साथ गर्भ में होने की सूचना मिलने से महिला के परिवार के लोग अचरज में थे वहीं जब इन बच्चियों का जन्म हुआ तो परिवार के लोगों के होश फाख्ता हो गए, क्योंकि दो बच्चियों के आपस में जुड़े होने से वह कुछ भी समझ नहीं पा रहे थे। सामान्य रूप से जन्मी बच्ची का वजन 1.5 किलो है, तो वहीं दो जुड़ी बच्चियों का वजन 3.7 किलो है। अब इन जुड़ी बच्चियों को अलग करना मेडिकल साइंस के सामने भी बड़ी चुनौती है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि चार पांच माह बाद ही इन बच्चियों को अलग करने की प्रक्रिया की जा सकेगी।