राजनांदगांव । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई राजनांदगांव द्वारा जिले के अग्रणिय महाविद्यालय दिग्वजय महाविद्यालय में शहीद शिरोमणि, आदिवासी क्रांतिसूर्य, स्वतंत्रता संग्राम के जननायक बिरसा मुंडा की जयंती सोमवार को मनाई।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सहमंत्री चिन्टू सोनकर ने बताया कि अभाविप बिरसा मुंडा की जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप मे पूरे भारतवर्ष मना रही है। बिरसा मुंडा के जीवन के बारे में बताया कि किस तरह अपने देश व धर्म के लिए अपनी जान तक न्यौछावर कर दी लेकिन अंग्रेजों के सामने नही झुके और भारतीय सेना की बिहार रेंजिमेंट का घोषवाक्य बिरसा मुंडा की जय देश की सुरक्षा के खातिर मर-मिटने का साहस और प्रेरणा ही सभी के अंताकरण को जगाता है।
वे रचनात्मक स्वभाव के बहादुर नेता थेे जिन्होने जनजातियों को राजनैतिक और सांस्कृत मुक्ति दिलाने हेतु अंग्रजो और धर्मान्तरण की दमन कारीनिति के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे।
नगर मंत्री षनुध मिश्रा ने बताया कि वह छोटानागपुर पठार क्षेत्र में मुंडा जनजाति के थे. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सलगा में अपने शिक्षक जयपाल नाग के मार्गदर्शन में हासिल की थी. बिरसा मुंडा ने बेहद कम उम्र में अपना अलग मुकाम हासिल कर लिये थे। हम युवाओं को उनसे सदैव प्रेणा मिलती रहेगी।
इस दौरान विभाग छात्रा प्रमुख चंदना श्रीवास्तव, नगर सहमंत्री हरिश साहू, सौरभ रात्रे, महाविद्यालय सहप्रमुख, जीत प्रजापति, सोशल मीडिया सहप्रमुख नंदकुमार रजक, एस.एफ.एस. सहप्रमुख राहुल साहू, क्रिडा सहप्रमुख, नीता राजपूत, आशीष सोरी, योगेश, आशीष वर्मा, नीतिन रजक, धनेश्वर धु्रव, धनंजय, चंद्रशेखर रामटेके, आकाश खोब्रागड़े, प्रेम निषाद आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।