राजनांदगांव- कोरोना काल मे लोगो में लॉकडाउन में जहा कुछ लोगो ने नई नई स्किल को सीखा वही कुछ लोगो ने सेहत को अपनी प्रायोरिटी में रखा है। ऐसे ही कुछ लोगो मे एक है राजनंदगांव के हिरामोति लाइन निवासी अनिल कुमार गुप्ता
60 वर्ष के अनिल जी को बचपन से ही अपनी सेहत को हमेशा पहले रखा है। अनिल जी को आप रोज सुबह या शाम अमृत वाटिका, पुराना ओवर ब्रिज या फिर रेलवे स्टेशन रोड पर कसरत करते या साइकिलिंग करते देख ही सकते है । अपने हसमुख और दिलखुश अंदाज के साथ ये अपने आस पास के लोगो को भी सेहत पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित करते है।
हाल ही में उन्होंने 8 जनवरी को वडोदरा में आयोजित वर्चुअल इंटरनेशनल मैराथन में भाग लिया। जिसमे उन्होने 10-25 किलोमीटर की पैदल मैराथन में हिस्सा लिया और 1 घंटे 34 मिनट समय मे पूर्ण किया।गुप्ता जी का कहना हैं सामान्य जॉगर्स का पेस 10 किमी के लिए दौड़ते हुए इसके आसपास ही होता है। पैदल चल कर समय सीमा को बनाये रखना एक गर्व की बात है।
ये इनका पहला इंटरनेशनल मैराथन था। वैसे इसके पहले भी जुलाई 2020 में उन्होंने 100 दिन नॉनस्टॉप वॉकिंग एंड साइकिलिंग का सेल्फ चैलेंज को पूरा कर लिया था जिसके लिए लोगो ने उनकी फेसबुक पर जमकर तारीफे भी की। उसके बाद उन्होंने फिर से 100 दिन का चैलेंज लिया था पर उसे उन्होने 125 दिन तक चालू रखा जो कि स्वयं में एक बहुत बड़ा अचीवमेंट है और शायद आजकल के नौजवानों के लिए एक नामुमिकन सा कार्य है। फिलहाल उनका नया 200 दिन का चैलेंज अभी पुनः चालू है
आने वाले समय मे अनिल जी साइकिलिंग मैराथन की तैयारी करेंगे।
उनका नौजवान से और हमउम्र लोगो के लिए संदेश है कि हमारा शरीर ईश्वर की अमूल्य भेट है हमे इसका सम्मान और ख्याल रखना चाहिए । इसके लिए दिया गया हर वक्त ईश्वर को भेट चढ़ने जैसा है। साथ ही कसरत करने से हमारी गहरी नींद का समय बढ़ता है जो कि हमारे शरीर को अंदर से सुदृढ़ बनाता है।