राजनांदगांव : खेलबो-जितबो, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ वाक्यांश के साथ खेल गतिविधियां प्रारंभ करें : कलेक्टर….

  • बच्चों को ग्राम स्तर से प्रशिक्षण प्रारंभ करते हुए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व के लिए तैयार करें
  • कलेक्टर ने खेलकूद गतिविधियां प्रारंभ करने खेल शिक्षकों की ली बैठक

राजनांदगांव कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने स्कूल में खेलकूद की गतिविधियां प्रारंभ करने के लिए जिले के सभी स्कूलों के खेल शिक्षकों की बैठक ली एवं उचित क्रियान्वयन के लिए आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण दर में कमी आई है। जिसके दृष्टिगत लोक शिक्षण संचनालय द्वारा खेलकूद के लिए पत्र जारी कर दिया गया है।

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कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखने हुए खेलकूद गतिविधियां प्रारंभ करें। उन्होंने कहा कि बच्चों हो या बड़े कोविड-19 के समय में सभी अवसाद की स्थिति में चले गए थे और अवसाद से बाहर निकलने का सबसे अच्छा तरीका खेल है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नारा दिया है, खेलबो-जितबो, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ इस वाक्यांश के अनुरूप कार्य करना है और जिले में खेल की गतिविधियों को जारी रखना है। जिले के सभी स्कूलों में खेल शिक्षक अभ्यास कराएं।

लोक शिक्षण संचनालय से प्राप्त आदेश के अनुसार नियमों को ध्यान में रखते हुए अभ्यास कार्य प्रारंभ करना है। उन्होंने कहा कि जिले में राज्य और राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक हैं, जिनके अनुभव का लाभ बच्चों को मिलना चाहिए। जिले के खेल शिक्षकों ने लगातार बच्चों के प्रति मेहनत किया है। जिसके परिणाम स्वरूप बच्चे राज्य और राष्ट्रीय स्तर में प्रतिनिधित्व कर मेडल प्राप्त किए हैं, यह बहुत ही प्रशंसनीय है। इसके लिए उन्होंने खेल शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।


कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि बच्चों को ग्राम स्तर पर प्रशिक्षण देते हुए उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व के लिए तैयार करना है। इसके लिए जिन सुविधाओं की आवश्यकता होगी, उसे पूरा किया जाएगा। सभी गांव में खेल के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि खेल शिक्षकों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि बच्चों के लिए कौन सी सुविधाएं उचित होगी, उसके अनुरूप कार्य करें। खेल शिक्षकों में खेल के प्रति अद्भुत क्षमता होती है। इसी के अनुरूप जिले में खेल का वातावरण तैयार करना है।

उन्होंने कहा कि खेल शिक्षक का कार्य एक स्कूल तक केन्द्रित नहीं होना चाहिए, बल्कि आस-पास के बच्चों को प्रोत्साहित कर प्रशिक्षण देना चाहिए। उन्होंने खेल गतिविधियों के मानिटरिंग, निरीक्षण, शिकायत एवं विभिन्न खेल सामग्रियों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए खेल शिक्षकों की समिति बनाने के निर्देश दिए हंै। जिसके माध्यम से खेल गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए खेल सामग्री उच्च गुणवत्ता का होना चाहिए। संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए बच्चों को प्रशिक्षण दें।


कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि 15 से 35 साल तक के बच्चे और युवा जो स्कूल नहीं जाते उनके खेल प्रशिक्षण के लिए ग्राम स्तर पर खिलाडिय़ों का चयन किया जाए। इसके लिए एक समिति बनाई जाए जो पंचायतों से 30-40 खिलाडिय़ों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए। इन खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण के बाद संकुल ब्लॉक और जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर श्री विरेन्द्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचआर सोम, जिला क्रीड़ा अधिकारी श्री एक्का, दिग्विजय स्टेडियम समिति मैनेजर श्री रणविजय प्रताप सिंह सहित जिले के खेल शिक्षक व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।