राजनांदगांव//कहते है शिक्षित नेता समाज सेवी या जनप्रतिनिधि हो तो विजन स्पष्ट और प्रगतिशील होता है और राष्ट्र निर्माण में सफल भागीदार इसी कड़ी को जमीन पर लाने बेहतर लोकतंत्र की हिफाजत और आदर्श नागरिक निर्माण में सहायक मानी गई है जिसकी सोच प्रदेश के भूपेश सरकार की मंशा में नजर आती है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों में होने वाले छात्र संघ चुनाव को लेकर के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने चुनाव कराए जाने पर मुहर लगाई है जिस निर्णय का पार्षद दल के प्रवक्ता ऋषि शास्त्री ने स्वागत किया है।
दिग्विजय महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एवं वर्तमान पार्षद ऋषि शास्त्री ने बताया कि छात्र संघ चुनाव कालेजों में कराए जाने से ऐसे छात्र जिनकी रुचि नेतृत्व करने में रहती है या राजनीतिक गतिविधियों में जाने की रहती है उन्हें छात्र संघ चुनाव के जरिए नेतृत्व करने की प्रशिक्षण मिल जाता है कालेज की गतिविधियों से युवाओं को छात्र हित में बेहतर कार्य करने का अवसर मिलता है।
युवा छात्रहित की गतिविधियों में जुड़ कर कॉलेज के समय से ही जन सामान्य की समस्याओं को कैसे हल किया जाना चाहिए और समाज के क्षेत्र में कैसी सेवा देनी चाहिए यह सभी बातें उनके इर्द-गिर्द रहती है जिसे करने से वे भविष्य के लिए और भी परिपक्व होते हैं इसके साथ ही चुनौतियों को सामना करने की जिज्ञासा भी बढ़ती है।
तत्पश्चात छात्रनेता से जननेता बनते है अगर ऐसे नेता राजनीति में शिरकत करते हैं तो हमें भविष्य का एक पढ़ा लिखा और जागरूक व्यक्तित्व मिल पाता है जो जनसामान्य से पहले से ही जुड़ कर कार्य कर रहा हो।वर्तमान राजनीति में भी ऐसे कई बड़े नाम हैं जो छात्र नेता से जन नेता बने हैं ऐसे में छात्र संघ चुनाव कराना स्वागत योग्य है।