राजनांदगांव- आधुनिक होते युग में अब सिलेंडर लेने के लिए भी मोबाइल आवश्यक हो गया है। बदलते हुए नियम के अनुसार अब सिलेंडर की होम डिलीवरी के समय मोबाइल पर एक ओटीपी भेजा जाएगा जिसे बताने पर ही आपको सिलेंडर की डिलीवरी की जाएगी । इस नियम से पहले जिले में सभी गैस एजेंसियां लोगों से उनके कार्ड में मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कराने की प्रक्रिया में जुट गए हैं ।जिले में करीब 20 फ़ीसदी लोगों के कार्डों से मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं होने के जानकारी मिली है।
गैस सिलेंडरों के कालाबाजारी को रोकने के लिए समय-समय पर आयल कंपनी द्वारा कई तरह के प्रयास किए जाते रहे हैं। अब इसी कड़ी में एक नया प्रयोग किया जा रहा है। जिसके तहत अब सिलेंडर की होम डिलीवरी के दौरान से लें उपभोक्ता को एजेंसियों द्वारा एक कोड भेजा जाएगा । जिसे डिलीवरी करने आए व्यक्ति को बताने पर ही सिलेंडर दिया जाएगा इस नियम से सिलेंडर की कालाबाजारी पर काफी हद तक रोक लगने की उम्मीद जताई जा रही है । हालाकि यह सिस्टम मामिशियल सिलेंडरों पर लागू नहीं होगा।
जारी है रजिस्ट्रेशन कार्य
जिले में इस समय सभी गैस उपभोक्ताओं के नंबर रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू है ।ऑयल कंपनी द्वारा इस नियम को आने वाले किसी भी समय लागू किया जा सकता है। यही कारण है कि एजेंसियां नियम लागू होने से पहले शत प्रतिशत लोगों के नंबर रजिस्टर्ड करना चाहते हैं वही जो लोग अब गैस की बुकिंग करा रहे हैं उन्हें भी एजेंसी द्वारा नंबर रजिस्टर्ड करने की अपील की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार जिले में अभी करीब 20 फीसदी उपभोक्ताओं के नंबर रजिस्टर नहीं है।