कोरोना महामारी के संक्रमण काल मे भी अपने घर से बच्चों की पढ़ाई जारी रखने का कार्य इन दिनों शिक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा है। पूरे प्रदेश के शिक्षक ऑनलाइन पद्धति से बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में जिले के सुदुर वनांचल क्षेत्र मोहला एवं मानपुर विकासखंड में बच्चों को ऑनलाईन क्लास के माध्यम से पढ़ाई कराया जा रहा है।
कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा के मार्गदर्शन में मोहला एवं मानपुर विकासखंड की टीम ने जिले के उच्च अधिकारियों के निर्देशन, सहयोग से लगातार छत्तीसगढ़ शासन की पढ़ई तुंहर दुआर पोर्टल का लाभ बच्चों तक पहुँचाया है। पढ़ई तुंहर दुआर के जिला मीडिया ग्रुप के सहयोगी श्री परस राम झाड़े ने 22 जुलाई 2020 को बी.आर.सी. कार्यालय मोहला एवं बी.आर.सी. कार्यालय मानपुर में पढ़ई तुंहर दुआर अभियान के क्रियान्वयन संबंधी बैठक ली और इस अभियान में आ रही व्यवहारिक कठिनाईयों का जायजा लिया।
साथ ही साथ मोहला एवं मानपुर की टीम से चर्चा कर समस्याओं के निराकरण एवं सतत् क्रियान्वयन की दिशा में आवश्यक सुझाव दिए। मोहला में आयोजित बैठक में बीईओ रोहित अम्बादे, एबीईओ राजेन्द्र देवांगन, बीआरसीसी खोमलाल वर्मा, ब्लाक नोडल केवल साहू, सीएसी बंशीलाल निषाद, विष्णु निषाद, मलेश मालेकर, जोहित मरकाम, रणशाह मंडावी, सुनील शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
मानपुर बीआरसी में आयोजित बैठक में बीईओ एन के निरापुरे, बीआरसीसी जाहिदा खान, ब्लॉक नोडल श्रीहरी, ब्लॉक मीडिया टीम के सदस्य संजीव सावलकर, सीएसी देवशंकर तारम, उदेराम प्रेमन, अजय देवगन उपस्थित रहे। दोनों ही बैठकों में जिला मीडिया सहयोगी परस राम झाड़े ने शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप अधिक से अधिक बच्चों को आनलाईन कक्षाओं में जोडऩे के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने बैठक में आगामी कार्ययोजना के बारे में बताते हुए कम नेटवर्क वाले और बिना नेटवर्क वाले सुदूर अंचल क्षेत्रों को चिन्हांकित कर वहॉ ग्रुप बनाकर और पालकों की मदद लेकर बच्चों को मोबाईल पर अध्ययन कार्य कराए जाने पर बल दिया और मोहला मानपुर की टीम द्वारा किये जा रहे बेहतर प्रयासों की सराहना भी की।
बैठक में मीडिया सहयोगी परस राम झाड़े ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी श्री हेतराम सोम, डीएमसी श्री भूपेश साहू, जिला मीडिया प्रभारी श्री सतीश ब्यौहरे के निर्देश में राजनांदगांव जिला ऑनलाइन पढ़ाई में प्रदेश स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। जिसमे मोहला एवं मानपुर ब्लाक के शिक्षकों का विशेष योगदान रहा है।