राजनांदगांव : पिता के मार पीट से परेशान होकर दो भाईयों ने मिलकर कर दी हत्या…

राजनांदगांव, । अपने पिता द्वारा मारे-पीटे जाने से त्रस्त दो भाइयों ने मिलकर पिता की हत्या कर दी। जान लेने के बाद दोनों ने शव को जंगल ले जाकर दफना दिया। गांव में किसी आयोजन को लेकर चल रही बैठक में पिता के न आने पर हत्यारे पुत्र ने स्वयं पूरी कहानी बयां कर अपना अपराध सबके सामने स्वीकार किया। बालिग भाई को पुलिस ने जेल दाखिल कर दिया है जबकि नाबालिग को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है।

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छुरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थापित जोब चौकी में प्रार्थी हरीलाल मंडावी पिता माहरू राम मंडावी (48) निवासी पण्डरापानी पुलिस चौकी जोब ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि 05 नवंबर को ग्राम में देव कार्य के संबंध में ग्राम प्रमुखों की बैठक रखी गयी थी। बैठक में बंशीलाल मंडावी नहीं आया। तब गांव के प्रमुखों द्वारा एवं कोटवार गौतम को बंशीलाल मंडावी के घर बुलाने भेजा गया।

बंशीलाल का बड़ा पुत्र अमन मंडावी बैठक में आया, के बारे में पूछताछ करने पर बताया कि 27 अक्टूबर की रात में करीबन 08 बजे मेरे पिताजी मुझे प्र एवं मेरे छोटे भाई को काम नहीं करते हो कहकर हमेशा म की तरह लड़ाई-झगड़ा कर मारपीट करने पर उतारू हो गये। तब मैं और मेरा छोटा भाई अपने पिता को डण्डे एवं

घर में रखे भरमार बंदूक से सीने में मारकर जान ले लिये। शव को जंगल में पाट दिये हैं। 05 नवंबर को पुलिस चौकी जोब में मर्ग धारा 174 जा.फौ. कायम कर जांच में लिया गया।


थाना प्रभारी छुरिया निरीक्षक शिवप्रसाद चन्द्रा एवं चौकी प्रभारी जोब उप निरी. आर.एस. नेताम के नेतृत्व में मृतक के पुत्र अमन मंडावी (19) एवं छोटा भाई विधि से संघर्षरत् बालक (17) की निशानदेही पर शव उत्खनन की कार्यवाही कार्यपालिक दण्डाधिकारी छुरिया पंचानगणों की उपस्थिति में की गयी। शव पंचनामा कार्यवाही पश्चात सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुरिया के डॉ० चन्द्रशेखर वर्मा के द्वारा मृतक बंशीलाल मंडावी के शव को मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री रेफर कर शव का पी०एम० मेडिकल कॉलेज से गया।


अपराध स्वीकार करने पर घटना में प्रयुक्त 01 नग डण्डा एवं 01 नग भरमार बंदूक को जप्त कर पुलिस चौकी जोब थाना छुरिया में धारा 302, 201, 34, भादवि, 25, 27 आर्म्स एक्ट कर आरोपी अमन मंडावी उम्र 19 साल को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। न्यायालय के आदेश से आरोपी अमन मंडावी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया एवं विधि से संघर्षरत बालक को बाल संप्रेक्षण गृह में दाखिल किया गया है ।