- जिले में शहद एवं लाख उत्पादन में असीम संभावनाएं
- लघुवनोपज की प्रोसेसिंग तथा मार्केटिंग लिंकेज से ग्रामीणजनों की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
- प्रधानमंत्री वन धन केन्द्र तथा नेशनल बीकिपिंग एवं हनी मिशन योजना के संबंध में बैठक संपन्न
राजनांदगांव कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रधानमंत्री वन धन केन्द्र तथा नेशनल बीकिपिंग एवं हनी मिशन योजना के संबंध में बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री वन धन केन्द्र तथा हनी मिशन योजना से जुड़े सभी विभागों को जागरूकता के साथ समन्वित कार्य करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जिले में शहद उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं, इसके लिए मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। जिले में लाख, चिरायता एवं अन्य लघुवनोपज प्रचुर मात्रा में है। इनके प्रोसेसिंग तथा मार्केटिंग लिंकेज से ग्रामीणजनों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सकता है। इस कार्य में वन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र सम्मिलित रूप से कार्य करें। कृषि विज्ञान केन्द्र से तकनीकी सहयोग लें।
ऐसे लघुवनोपज या कार्य जिनसे ग्रामीणजनों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो, ऐसी संभावनाओं की तलाश कर उन्हें क्रियान्वित करें। इसके लिए विजन के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे करें। उन्होंने कहा कि वन धन केन्द्र में स्थानीय लोगों की सहभागिता होनी चाहिए, उस आधार पर कार्य आरंभ करें। उन्होंने कहा कि जिले में लाख बहुतायत है कृषि विभाग लाख उत्पादन के लिए किसानों को प्रशिक्षण दें।
जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर ने कहा कि शहद एवं मक्का की प्रोसेसिंग के साथ ही लाख संग्रहण को बढ़ाने के लिए कार्य कर सकते हैं। इसके लिए कृषि विज्ञान केन्द्र से सहयोग लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करेंगे। कृषि महाविद्यालय के श्री अविनाश गुप्ता ने कहा कि मधुमक्खी पालन के लिए यह आवश्यक होता है कि मधुमक्खी के लिए जुलाई एवं अगस्त में भोजन की व्यवस्था रहे। उन्होंने बताया कि इसके लिए पोलन ट्रेप विधि के जरिए कार्य किया जा सकता है।
इस कार्य के लिए एक साथ 500 परिवारों को प्रशिक्षित किया जा सकता है। दंतेवाड़ा के प्रगति प्रयास संस्था के प्रतिनिधि ने मधुमक्खी पालन के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री एन गुरूनाथन, वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ संजय यादव, एसडीएम मानपुर राहुल रजक, उप संचालक कृषि जीएस धुर्वे, सहायक संचालक उद्यानिकी राजेश शर्मा, कृषि विज्ञान केन्द्र की डॉ. मोहनिसा जंघेल, उद्यानिकी वैज्ञानिक गुंजन झा, मां बम्लेश्वरी स्वसहायता समूह के शिव कुमार देवांगन उपस्थित थे।