राजनांदगांव: प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक मोर जमीन मोर मकान के तहत आशा नगर में दिखी आशा की किरण…

राजनांदगांव । राजनांदगांव नगर निगम सीमा क्षेत्र स्थित नगर का वह क्षेत्र आशा नगर जहां कुष्ठ रोग से ग्रसित जन निवास करते हेै, वहा के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक मोर जमीन मोर मकान के तहत् आशा की किरण वर्षो के बाद अपने स्वंय के पक्के अशियांने के रूप में दिखाई पड़ी है।

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उक्त आशय की जानकारी देते हुये नगर निगम आयुक्त श्री चंद्रकांत कौशिक ने बताया कि शासन की आवास योजना के तहत् इस बस्ती में कुल 61 मकानों को स्वीकृति प्रदान की गई। प्रदेश सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए पहले उन्हे उनके रहवासी स्थान के स्थायी पट्टे प्रदान किये फिर आवास योजना स्वीकृति के अनुसार इनके आवास का निर्माण परिवारों की संपूर्ण सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मकान के ड्राईगं डिजाईन का विशेष ध्यान रखा गया और इसी के परिणाम स्वरूप आज एक स्वच्छ सुन्दर सर्वसुविधा युक्त आवासीय कालोनी बनकर आशा नगर में तैयार है।


आयुक्त श्री कौशिक ने बताया कि आशा नगर को बसाने की पहल आज से लगभग 34 साल पहले 1986 मे राजनांदगांव जिले के तत्कालीन कलेक्टर, श्री हर्शमंन्दर जी की मार्मिक सोच के आधार पर हुई थी, आशा नगर शहर वह क्षेत्र जहां कुष्ठ रोग से पीड़ित असहाय परिवारों के लिए रोग की पीड़ा के साथ सर पर पक्की छत का होना एक अभिशाप जैसा था, मौसम की बेरहम मार प्रत्येक ऋतु परिर्वतन के साथ एक मुसीबत लेकर आती थी मौसमी समस्या का भी सामना करना पड़ता था, इन परिवारों की दुर्दशा को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन और राजनांदगांव नगर निगम में इन परिवारों को एक स्थायी जीवन देने की दिशा में सराहनीय प्रयास के रूप में प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक मोर जमीन मोर मकान योजना का हितग्राही बनाकर लाभांवित किया गया। आशा नगर शहर के बाहर कुष्ठ पीड़ित बस्ती के रूप मे बसाया गया था, पर आज यह शहर के मध्य एक सुव्यवस्थित वातावरण में स्वच्छ आवासीय क्षेत्र बन गया है।


आयुक्त श्री कौशिक ने बताया कि आशा नगर में शासन ने यहां के रहवासी परिवारों के लिए रेशम उद्योग, हथकरघा आदि के माध्यम से रोजगार मूलक कार्यक्रम से इन्हे आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया है। यहां बच्चो की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए प्राथमिक शाला की स्थापना, नवननिहालों के लिए आंगन बाड़ी का संचालन सभी घरों में स्वच्छता मिशन के तहत् शौचालय का निर्माण, भागीरथी नल-जल योजना के माध्यम से सभी आवासों में शुद्धा पेयजल की व्यवस्था की गई। उज्जवला योजना से बहुत से परिवारों को घुंए से आंख की चुभन को दूर करने के साथ-साथ वायु प्रदुषण एवं वनों के सरक्षण के लिए रियायती एल.पी.जी. गैस उपलब्ध करायी गई, पुष्प वाटिका योजना के तहत् दो उद्यानों को स्वीकृति प्रदान की गई जिसमें से एक बनकर तैयार है। आषा नगर में शासन की कल्याणकारी योजना का लाभ इन परिवारों को मिल सकें। इसके लिये प्रशासन सदा तत्पर रहता है। आशा नगर की श्रीमति बिरनबाई अपने शब्दों में कहती है कि कच्चे घर में कष्ट पूर्ण जीवन जी रहे थे आये दिन जहरीले जीव-जंतुओ का भय बना रहता था, मौसम की आपदा सहकर जीवन जीना पड़ता था, पर आज पक्का घर होने से मै अपने घर के साथ-साथ बाहरी काम भी कर लेती हूॅ, जिससे मेरे धर की आय बढ़ जाती हैं। श्री भाउराव मेश्राम कुष्ठ रोग से ग्रसित होने पर उनके अपने उनसे लगभग मुंह फेर लिये थे, पर आज मेरी बीमारी भी ठीक को गई और सर पर पक्की छत होने का सपना भी पूरा हो गया ।