राजनांदगांव : प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए सामाजिक अंकेक्षण हेतु निगम में कार्यशाला संपन्न…

राजनांदगांव 9 मई। प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक मोर जमीन मोर मकान (बी.एल.सी.) शहर मंे बनाये जा रहे आवासों की वास्तविकता से रूब-रू होने नगरीय प्रशासन नया रायपुर राज्य शासन द्वारा नियुक्त नव आस्था जन-विकास सेवा समिति अंबिकापुर के टीम के द्वारा आज दिनांक 09 मई 2022 दिन सोमवार को नगर पालिक निगम राजनांदगंाव के टाउन हॉल सभागृह में सुबह 11.00 बजे से नगर निगम, योजना से जुड़े अधिकारी/कर्मचारी एवं माननीय जन प्रतिनिधि एवं निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा अंकेक्षण हेतू बनाई गई समिति के सदस्य की उपस्थिति में प्रधान मंत्री आवास योजना के घटक बी.एल.सी. के हितग्राहियों का सामाजिक अंकेक्षण की कड़ी में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

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इस कार्यशाला की शुरूवात योजना के श्री ललित मानकर के द्वारा सभी उपस्थित जन-प्रतिनिधियों, अधिकारी, कर्मचारी एवं समिति के सदस्यों से औपचारिक अंकेक्षण हेतू आये प्रतिनिधियों से परिचय कराया गया और आवास योजना के संबंध में संक्षिप्त जानकारी दी गई, इस महत्वाकांक्षी योजना के उद्ेश्य को उपस्थित जन मानस तक सरल शब्दों में पहुंचाने का कार्य किया गया।

संभागीय कार्यालय दुर्ग से आये श्री जीवन लाल ताम्रकार ने योजना के धरातल में परेशानियां जो विसंगतियां आती है, उसे उपस्थित-जनों के साथ साझा किया ।


आज के कार्यशाला में उपस्थित सभी जन-प्रतिनिधियों ने अपने उद्बोधन में योजना के संचालन एवं क्रियान्वयन मे जो विसंगति एवं व्यवधान होते है तथा जो अवरोध आते है और चरणबद्ध भुगतान के लिए किश्त मिलने मेे होने वाली देरी के साथ-साथ सर्वेयर तथा वास्तुविद से होने वाली परेशानियों को इंगित कर इसके समाधान हेतू कुछ सुझाव दिये गये और कहा गया कि हितग्राहियों को शासन से प्राप्त अनुदान राशि जो प्रदान की जाती है, उससे आज के दौर में आवास निर्माण कर पाना अंसभव है।

साथ ही उनके द्वारा शासन से उक्त देय राशि को आज के वर्तमान लागत का आकंलन कर उसे बढ़ाया जाने हेतू सुझाव दिया गया। उक्त कार्यशाला में महापौर परिषद के प्रभारी सदस्य श्री भागचंद साहू, श्री मधुकर बंजारे, पार्षदगण श्रीमति पूर्णिमा नागदेवे, श्री पारस वर्मा, श्री अरूण दामले, श्री केंवल साहू, श्री कमलेश बंन्धे, पार्षद प्रतिनिधि श्री आशिफअली, श्री सचिन टुरहाटे, श्री अवधेश प्रजापति, श्री इशाद खांन एवं श्री सेवक उईके उपस्थित रहें।


कार्यशाला के समापन उद्घोषण उपायुक्त श्री सुदेश सिंह के द्वारा किया गया तथा योजना के नोडल अधिकारी व कार्यपालन अभियंता श्री यू.के. रामटेके जी ने पार्षदांे एवं जन-प्रतिनिधियों तथा उपस्थितजनों के सवालांे को अपने योजना से जुड़े व्यक्तिगत अनुभव से एक-एक कर सभी सवालों के जवाब दिए। श्री रामटेके ने बताया कि राजनांदगांव निकाय में 3400 से अधिक आवास बनकर तैयार है यह राज्य के दृष्टिकोण से एक बड़ी उपलब्धि है,

कि राज्य के 13 नगरीय निकायों में राजनांदगांव आवास पूर्ण करने में राजधानी रायपुर के बाद दूसरे नंबर पर है। इस उपलब्घि में महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी सहित पार्षदगण एवं मेरे सहकर्मी के अथक प्रयासो का परिणाम है कि हम राज्य में समय-समय पर होने वाले आवास संबंधी सभी प्रकार की प्रतियोंगिता में अग्रणी रहते है। उन्होने कहा कि योजना के साथ विसंगतिया तो जुड़ी है लेकिन उसका समाधान कर हम आज इस स्तर पर पहुंचे है।


कार्यशाला में उपायुक्त श्री सुदेश सिंह, कार्यपालन अभियंता श्री यू.के. रामटेके, योजना के सहायक नोडल श्री संजय ठाकुर सहित अंकेक्षण हेतु गठित समिति के श्री अशोक चौबे, श्री राजेश मिश्रा, श्री देवेन्द्र सोनी, श्री राम कश्यप, श्री राजेन्द्र रामटेक, श्री राकेश पटले, श्री वेदांत, सुश्री प्रियंका हट्टेवार, योजना के एम.आई.एस. विशेषज्ञ सोनम पालिया, सिविल विशेषज्ञ श्री अंकुर मिश्रा, सभी वास्तुविद एवं पी.एम.सी. निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।


अंकेक्षण दल द्वारा आवास का निरीक्षण:-
राजनांदगांव निकाय क्षेत्र के बहुलता आवास निर्माण वाले वार्डो में सामाजिक अंकेक्षण के दल के द्वारा घर-घर जाकर वर्ष 2020 तक योजनान्तर्गत स्वीकृत पूर्ण आवासों का निरीक्षण कर हितग्राहियो से मिलकर आवास बनाने मेें जो कठिनाईयां एवं परेशानियां आई नये एवं पुराने घर में जीवन यापन करने में जो अनुभव प्राप्त हुए उसे सर्वे के दौरान अपने दस्तावेजो में एकत्रित किया गया और हितग्राहियों से कुछ सवाल पूछा गया जिसमें योजनान्तर्गत आवास पूर्ण होने से पूर्व आपका आवास किस प्रकार का था, घर में कितने सदस्य रहते है,

घर में आय के स़्त्रोत क्या है, आवास निर्माण मंे शासन से प्राप्त राशि के अतिरिक्त कितना राशि लगायी गई, आवास निर्माण हेतू कितनी राशि प्राप्त हुई, आपने आवास निर्माण के दौरान किसी को कोई धन-राशि अतिरिक्त तो नही दी गई, आपके आवास निर्माण के समय कितने अधिकारी कर्मचारी निरीक्षण के लिए आते थे, आपके आवास जियो टेैंगिग कितने स्तर पर हुई, आवास योजना के साथ-साथ शासन के द्वारा अन्य किसी योजना का भी लाभ प्राप्त हो रहा है। इसी प्रकार के सवाल हितग्राहियो से कर उनके उत्तरांे को दस्तावेजों में अंकित सर्वेक्षण के दौरान किया गया।